सराज में राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए सात करोड़ रुपए जारी- राजेश धर्माणी जंजैहली क्षेत्र में 117 विद्युत ट्रांसफार्मर बहाल
अमर ज्वाला// मंडी
नगर एवं ग्राम नियोजन, आवास एवं तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक व औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री राजेश धर्माणी ने आज शनिवार को मंडी जिला के सराज क्षेत्र में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने आपदा से प्रभावित परिवारों से भेंट कर उनका दुःख-दर्द साझा किया और क्षेत्रों में चल रहे राहत एवं पुनर्वास कार्यों की जानकारी प्राप्त की।
विश्राम गृह थुनाग में स्थानीय अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर आपदा से हुए नुकसान के बारे में चर्चा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्रों का व्यापक दौरा करने के उपरांत आवश्यक सेवाओं की बहाली के लिए सात करोड़ रुपए की घोषणा की गई थी। प्रदेश सरकार की ओर से यह राशि जिला प्रशासन को तुरंत प्रभाव से जारी की जा चुकी है। इससे इन प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं पुनर्वास कार्यों को गति मिलेगी।
उन्होंने कहा कि जिन परिवारों ने अपने आशियाने खोए हैं, उन्हें सात लाख रुपए की सहायता गृह निर्माण के लिए और पशुधन की हानि पर 50 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त सभी प्रभावितों को तय समयावधि में फौरी राहत प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसके लिए उपायुक्त के माध्यम से सभी एसडीएम को राशि जारी की जा चुकी है। प्रभावित गांवों तक राशन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है और बेघर लोगों को राहत शिविरों में ठहरने व भोजन की व्यवस्था की गई है। बेघर परिवारों को ग्रामीण क्षेत्रों में मकान किराये पर लेने के लिए पांच हजार रुपए किराया देने का भी निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में सड़कें इत्यादि खोलने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है जिसके लिए समुचित संख्या में मशीनरी तैनात की गई है। विद्युत आपूर्ति सुचारू करने के लिए निरंतर कार्य हो रहा है। जंजैहली क्षेत्र में 117 ट्रांसफार्मर बहाल कर दिए गए हैं। क्षतिग्रस्त मकानों का आकलन करने के निर्देश राजस्व विभाग को दिए गए हैं। बागीचों, फसलों, पशुशाला इत्यादि का भी भारी नुकसान हुआ है। भारी मलबा आने के कारण नाले अवरूद्ध हो गए हैं और उनका स्तर भी थोड़ा बढ़ गया है। ऐसे में इन नालों को चैनेलाइज करने के लिए संबंधित अधिकारियों को सर्वेक्षण इत्यादि कर डीपीआर राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को भेजने को कहा गया है।
तकनीकी शिक्षा मंत्री ने इससे पूर्व बगस्याड स्थित फार्मेसी कॉलेज में निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण कर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने 36 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे प्रशासनिक भवन (एडमिन ब्लॉक) तथा 9 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हो रहे गर्ल्स हॉस्टल में हुए नुकसान का जायजा लिया। इसके साथ ही उन्होंने 1.40 करोड़ रूपये एवं 1.30 करोड़ रूपये की लागत से बने टाइप-1 और टाइप-2 छात्रावासों की स्थिति का भी निरीक्षण किया। उन्होंने 1.30 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निर्माणाधीन प्रिंसिपल भवन का भी अवलोकन किया।
राजेश धर्माणी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी क्षतिग्रस्त संरचनाओं का जल्द मूल्यांकन कर आवश्यक मरम्मत एवं पुनर्निर्माण कार्य समयबद्ध ढंग से प्रारंभ किया जाए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने आईटीआई भवन का भी निरीक्षण किया और उसकी स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि छात्रों की सुविधा में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी और सरकार द्वारा संस्थान की शैक्षणिक गतिविधियां सुचारु रूप से चलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
इसके उपरांत उन्होंने थुनाग में आपदा प्रभावित परिवारों के लिए शिवशरण श्री राम लंगर समिति घुमारवीं द्वारा लगाए गए लंगर का निरीक्षण किया और उनके सेवाकार्यों की सराहना की। इसके अतिरिक्त राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला थुनाग की एनएसएस छात्राओं के साथ बातचीत की और आपदा राहत में किए जा रहे कार्यों के लिए उनका उत्साहवर्द्धन किया। गांव सुराह, खुनागी और कंडी मोड के 14 परिवारों को राहत सामग्री प्रदान करने में सहायक संत निरंकारी सेवा दल की टीम से भी मिले और प्रभावितों परिवारों से भी संवाद किया।
राजेश धर्माणी ने इसके उपरांत पांडवशिला, मझाखड़, जरोल, कुथाह, बुंग रैलचौक, ढीमकटारू, संगलबाड़ा में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया और प्रभावितों परिवारों से मिलकर उन्हें ढाढस बंधाया।
इस अवसर पर एपीएमसी मंडी के चेयरमैन संजीव गुलेरिया, कांग्रेस नेता जगदीश रेड्डी सहित प्रशासनिक व अन्य विभागीय अधिकारी भी उनके साथ उपस्थित रहे।