करियर प्वाइंट विश्वविद्यालय में आज से फैकल्टी डेवलपमेंट ट्रेनिंग का शुभारंभ हुआ। यह कार्यक्रम शिक्षकों की शैक्षणिक क्षमता, नवाचार आधारित शिक्षण विधियों एवं शोध कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन कुलसचिव गुलशन सधू, डीन अकेडमिक डा. कुलदीप कुमार, डीन स्टूडेंट वेलफेयर डा. सौरभ कुमार और असिस्टेंट स्टूडेंट वेलफेयर शिवाली राठौर ने दीप प्रज्वलन कर किया।
*राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर चर्चा*
डीन अकेडमिक डा. कुलदीप कुमार ने अपने उदघाटन भाषण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में बताया। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के दस बिंदुओं पर बात की, जिसमें एबीसी, स्वयं, मल्टीपल एंट्री एग्जिट, अप्रेंटिसशिप, दो डिग्री एक साथ, मिश्रित डिग्री प्रोग्राम, मल्टीडिस्प्लेनेरी शिक्षा, यूजी कार्यक्रम के लिए पाठ्यक्रम क्रेडिट फ्रेमवर्क आदि पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि आज एनईपी विद्यार्थी को अपनी क्षमताओं के हिसाब से अपनी डिग्री को डिजाइन कर सकते हैं, जिससे छात्र कुशल बनता है और अपनी क्षमता के अनुसार काम करने के लिए तैयार हो जाता है।
*गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों की भूमिका*
डीन स्टूडेंट वेलफेयर ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तभी संभव है जब शिक्षक सतत रूप से अपने ज्ञान और कौशल को उन्नत करते रहें। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाने की प्रेरणा दी। उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उदेश्य विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली से सभी लोगों को अवगत करवाना है ताकि सभी विश्वविद्यालय की उन्नति में सहयोग कर सकें।
*कार्यक्रम में उपस्थिति*
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के एसोसिएट डायरेक्टर डा. राहुल शर्मा, डा. संजय ठाकुर डायरेक्टर एक्रीडेशन और रैंकिंग, और निदेशक सामुदायिक सेवा निदेशालय डा. गुलशन शर्मा और सभी विभागों से प्रोफेसर उपस्थित रहे।