निर्माण तकनीकों पर हितधारकों को शिक्षित कर कमजोरियों व आपदाओं के दौरान क्षति को कम करना है
विशेष सचिव राजस्व-आपदा प्रबंधन डी.सी.राणा
अमर ज्वाला //केलांग
जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के उपमंडल स्पीति के मुख्यालय काजा में शुक्रवार को “सुरक्षित निर्माण प्रथाओं” पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई।
कार्यशाला की अध्यक्षता ,विशेष सचिव राजस्व-आपदा प्रबंधन डी.सी.राणा ने की। उपायुक्त लाहौल स्पीति राहुल कुमार केलांग मुख्यालय से राष्ट्रीय सूचना विज्ञान कक्ष से वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहे।स्पीति के अतिरिक्त उपायुक्त राहुल जैन ने जागरूकता कार्यशाला का संचालन किया।
विशेष सचिव राजस्व-आपदा प्रबंधन डी.सी.राणा ने कहा कि कार्यशाला का आयोजन जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर वार्षिक जन जागरूकता अभियान के हिस्से के रूप में किया गया । प्रदेश में ‘समर्थ’अभियान को 2011 में हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा शुरू किया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में कार्यशालाओं का आयोजन राज्य के आपदा-संभावित क्षेत्रों में सुरक्षित निर्माण प्रथाओं को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैऔर मुख्य उद्देश्य निर्माण तकनीकों पर हितधारकों को शिक्षित कर कमजोरियों व आपदाओं के दौरान क्षति को कम करना है।
कार्यशाला सत्र में सिविल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. हेमंत कुमार विनायक ने जिला के विभिन्न विभागों,लोक निर्माण विभाग , जल शक्ति और बीडीओ कार्यालयों के कार्यकारी व कनिष्ठ अभियंताओं और तकनीकी रैंक के अधिकारियों को तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी।कार्यशाला सुरक्षित निर्माण प्रथाओं के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और क्षेत्र में आपदा लचीलेपन की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक मूल्यवान मंच रही।