भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर लाहौल और स्पीति के केलांग में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया जनजातीय गौरव दिवस
स्वतंत्रता संग्राम और सामाजिक समरसता में भगवान बिरसा मुंडा का अहम योगदान- रजनीश शर्मा
केलांग, 15 नवम्बर: 2024 भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर लाहौल-स्पीति के केलांग में जनजातीय गौरव दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का आयोजन एकीकृत जनजातीय विकास परियोजना लाहौल द्वारा पुराने परिधि गृह केलांग में किया गया था। सहायक आयुक्त लाहौल-स्पीति संकल्प गौतम और एसडीएम केलांग रजनीश शर्मा ने कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की। गौरव दिवस के मौके पर दुर्गा माता मन्दिर से पुराना परिधि गृह तक शोभायात्रा निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने पारमपरिक वेेशभूषा में सजधज कर भाग लिया। उत्सव में राजकीय प्राथमिक पाठशाला केलांग-1 और केलांग-2, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला केलांग और केन्द्रीय विद्यालय केलांग के विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आयुष, कृषि और बागवानी विभागों द्वारा प्रदश्नियों भी लगाई गई थीं वहीं स्वयं सहायता समूहों द्वारा स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए स्टॉल लगाए गए थे। इस अवसर पर विशेष अतिथियों ने भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रदांजलि दी।
एसडीएम केलांग रजनीश शर्मा ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा हमारे स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख सेनानी, समाज सुधारक और जनजातीय अधिकारांे के लिए संघर्ष करने वाले महानायक थे। आज का यह दिन जनजातीय लोगों के सामाजिक और आर्थिक विकास के प्रयासों को आगे बढ़ाने का भी एक सुअवसर है। उन्होंने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस को मनाने का उद्देश्य भगवान बिरसा मुंडा और अन्य जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को सम्मान देना है।
परियोजना अधिकारी एकीकृत जनजातीय विकास परियोजना मनोज कुमार ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवन के बारे विस्तार से जानकारी दी।उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने मातृभूमि के गौरव और सम्मान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने धरती आबा ग्राम उत्कर्ष अभियान के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि इस अभियान मेें केन्द्र सरकार ने 80 हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। इसमें जनजातीय क्षेत्र के लोगों की आजिविका को बढ़ाया जाएगा। उनका सामाजिक और आर्थिक तौर पर उत्थान कर मुख्य धारा में जोड़ा जाएगा।
इस अवसर पर जिला आयुष अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, जिला परियोजना अधिकारी(आइसीडीएस), जिला पंचायत अधिकारी सहित अन्य विभागों के उच्च अधिकारी उपस्थित रहे।