*मार्च, 2024 तक पूरा होगा मच्छयाल पुल का निर्माण कार्य,आवागमन होगा सुगम*
*जोगिन्दर नगर-सरकाघाट-घुमारवीं सडक़ पर आठ करोड़ रूपये की लागत से निर्मित हो रहा है पुल*
*बो स्ट्रिंग आर्क शैली में बन रहा अपनी तरह का एक अनूठा पुल, मच्छयाल में पर्यटन गतिविधियों को मिलेगा बल*
*जोगिन्दर नगर, 14 नवम्बर* -मंडी जिला के जोगिन्दर नगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत प्रमुख धार्मिक स्थान मच्छयाल में राणा खड्ड पर निर्मित हो रहा पुल का निर्माण कार्य आगामी मार्च 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा। इस पुल का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर जोगिन्दर नगर-सरकाघाट-घुमारवीं सडक़ पर वाहनों का आवागमन बेहतर व सुगम होगा। बो स्ट्रिंग आर्क शैली में बन रहा यह पुल अपनी तरह का एक अलग पुल है तथा इसका कार्य पूर्ण होने पर प्रमुख धार्मिक स्थल मच्छयाल में धार्मिक पर्यटन गतिविधियों को भी बल मिलेगा।
राणा खड्ड पर निर्मित हो रहे इस पुल पर लगभग आठ करोड़ रूपये की धनराशि व्यय की जा रही है। वर्तमान में इस पुल का लगभग 75 से 80 फीसदी तक का कार्य पूरा कर लिया गया है। शेष बचे कार्य को भी जल्द पूरा कर इसे मार्च, 2024 तक लोगों को समर्पित करने का लक्ष्य रखा गया है।
मच्छयाल में राणा खड्ड पर बन रहा यह 40 मीटर स्पैन बो स्ट्रिंग आर्क पुल डबललेन है। इस पुल के बन जाने से इस मार्ग पर भारी व माल वाहक वाहनों की आवाजाही भी आसानी से शुरू होने पर जोगिन्दर नगर-सरकाघाट-घुमारवीं सडक़ के दोनों और की लाखों आबादी लाभान्वित होगी।
मच्छयाल जोगिन्दर नगर क्षेत्र का एक प्रमुख धार्मिक व पर्यटक स्थल भी हैं। यहां प्रतिवर्ष लाखों लोग बाबा मछिंद्रनाथ के दर्शनार्थ यहां पहुंचते हैं। मच्छयाल पर्यटक स्थल की महत्ता इसी से पता चलती है कि यहां पर दो बार हिंदी फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है। इस पवित्र धार्मिक स्थान को देखने व जानने के लिए प्रतिवर्ष कई विदेशी सैलानी भी यहां पहुंचते हैं। पुल का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर मच्छयाल आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों को भी लाभ मिलेगा तथा इस क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को भी बल मिलेगा।
इसके अतिरिक्त मच्छयाल में ही राणा खड्ड पर शनि देव मंदिर तथा मछिंद्रनाथ मंदिर को जोडऩे के लिए 50 लाख रूपये की लागत से एक फुट ब्रिज का भी निर्माण किया जा रहा है। लगभग साढ़े 27 मीटर लंबे इस पुल के बन जाने से भी मच्छयाल आने वाले श्रद्धालुओं को ओर अधिक सुविधा मिलेगी।
*क्या कहते हैं अधिकारी:*
इस बात की पुष्टि करते हुए अधिशाषी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग जोगिन्दर नगर जे.पी. नायक ने बताया कि जोगिन्दर नगर-सरकाघाट-घुमारवीं मुख्य सडक़ पर मच्छयाल स्थित राणा खड्ड पर निर्मित हो रहे 40 मीटर लंबे बो स्ट्रिंग आर्क डबललेन स्पैन पुल का वर्तमान में लगभग 80 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है। इस पुल के निर्माण कार्य को मार्च, 2024 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होने बताया कि इस डबल लेन पुल के दोनों ओर पैदल यात्रियों के लिए फुटपाथ भी निर्मित हो रहा है। इस पुल के निर्माण कार्य पर लगभग आठ करोड़ रूपये की धनराशि व्यय हो रही है जिसमें वाहनों की आवाजाही को सुचारू बनाए रखने के लिए निर्मित अस्थाई वैली ब्रिज भी शामिल है। इसके अलावा मच्छयाल धार्मिक स्थान में ही लगभग 50 लाख रूपये की लागत से फुट ब्रिज का भी निर्माण किया जा रहा है जिसे भी जल्द लोगों को समर्पित किया जाएगा।
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[14/11, 5:31 pm] +91 89882 62440: *चाचा नेहरू की मजबूत नींव के कारण ही भारत बुलंदियों पर- चन्द्रशेखर*
*सुंदरनगर, 14 नवम्बर*
सुंदरनगर के डैहर स्थित दिव्य मानव ज्योति सेवा ट्रस्ट में बाल दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विधायक धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र चन्द्रशेखर ने कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर विधायक ने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। वह छोटे बच्चों से बहुत प्यार करते थे। उनका बच्चों के प्रति लगाव के कारण ही इस दिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। विधायक ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। बच्चों को जैसी शिक्षा मिलेगी वैसा ही समाज और देश बनेगा। अच्छी शिक्षा से ही देश तरक्की करेगा। बच्चे भगवान का रूप होते हैं। बच्चों का मन बहुत कोमल होता है इन्हें जैसा सिखाएंगे वैसा ही सीखेंगे।
उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू की ही देन है जो आज भारत बुलंदियों को छू रहा है। हिमाचल प्रदेश में भाखड़ा बांध से लेकर इंजीनियरिंग तथा मेडिकल कॉलेज को विकसित करने में पंडित नेहरू का बहुत बड़ा योगदान है।
चन्द्रशेखर ने कहा कि प्रदेश सरकार के वर्तमान मुख्यमंत्री का स्वभाव भी बहुत कोमल है तथा उन्हें भी बच्चों के साथ बहुत प्यार है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में कोई भी बच्चा निराश्रित नहीं बल्कि चिल्ड्रन आफ स्टेट है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने सुखाश्रय योजना की शुरूआत भी की है। उन्होंने कहा कि जिला मंडी में कुल 479 निराश्रित बच्चों हैं जिन्हें ‘चिल्ड्रन ऑफ स्टेट’ का दर्जा दिया गया है। इसके अंतर्गत सरकार अभिभावक के रूप में असहाय, अनाथ, निराश्रित बच्चों की उचित देखभाल सुनिश्चित करेगी।
विधायक ने कहा कि दिव्य मानव ज्योति सेवा ट्रस्ट निराश्रित बच्चों का सहारा बनकर उच्च कोटि का कार्य कर रहा है और इस संस्थान के बच्चे प्रदेश व देश में अपना नाम रोशन कर रहे हैं और समाज के विकास में अपना पूर्ण सहयोग कर रहे हैं।
विधायक ने कहा कि आश्रम कि स्थापना 14 अप्रैल 1983 में हुई तथा इतने वर्षों से आश्रम निरंन्तर बच्चों की देखभाल व पालन पोषण कर रहा है। स्थापना के समय संस्थान में 3 बच्चे थे परंतु आज यहाँ 75 बच्चे हैं। वर्तमान में संस्थान द्वारा गौसदन भी चलाया जा रहा है जिसमें 10 गाय हैं।
इस अवसर पर संस्थान के बच्चों द्वारा सास्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गए। विधायक ने सभी बच्चों को मिठाई वितरित की तथा संस्थान में रह रहे छात्रों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस दौरान पूर्व मुख्य संसदीय सचिव सोहनलाल ठाकुर, अध्यक्ष दिव्य मानव ज्योति सेवा ट्रस्ट डैहर सत्य प्रकाश शर्मा, कोशाध्यक्ष सोहन लाल कपिल, उपाध्यक्ष बैरागी राम, कार्यकारी अध्यक्ष अरुण आर्य, संरक्षक मनोहर लाल, दिव्य मानव ज्यति सेवा ट्रस्ट के बच्चों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।