जेपी नड्डा की पसंद से बनेगा हिमाचल प्रदेशाध्यक्ष , क्या फिर से राजीव बिंदल , जयराम ठाकुर या फिर नया चेहरा त्रिलोक जंबाल राजीव भारद्वाज या अन्य

सुभाष ठाकुर*******

हिमाचल के राजनीतिक परिदृश्य पर नजरें दौड़ाए तो सत्तासीन कांग्रेस और भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्तियां नेताओं की बढ़ती गुटबाजी के चलते  अटकी हुई है।

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष की दौड़ में राजीव बिंदल फिर से मजबूती से शामिल हो चुके हैं ,नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर का नाम भी कुछ नेताओं द्वारा चलाया हुआ है, त्रिलोक जंबाल, कांगड़ा के सासंद  राजीव भारद्वाज, विपिन परमार, पूर्व अध्यक्ष सतपाल सती जैसे दिग्गज नेताओं के नाम सामने आने से पार्टी की मुश्किल बढ़ाई हुई है ,वहीं कांगड़ा जिला से कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री धर्मशाला बीजेपी विद्यायक सुधीर गर्मा,  हमीरपुर जिला की बड़सर विधानसभा क्षेत्र से इंद्र दत्त लखनपाल जैसे नेता विधायक आशीष शर्मा  पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात कर चुके हूं।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी पार्टी हाइकमान से बार बार दिल्ली में मिल रहे हैं , जिसके चलते पार्टी के आलानेताओं के सामने हिमाचल भाजपा अध्यक्ष की दौड़ में शामिल नेताओं के नामों की सूची बढ़ने से पार्टी को एक सर्वमान्य नेता का चयन करना मुश्किल हो चुका है।

हाल में दिल्ली विधानसभा चुनावों की जिम्मेवारी को बखूबी निभाते हुए , कड़ी मेहनत कर दिल्ली में 27 वर्षों बाद सत्ता में बीजेपी की वापसी करवाने में एहम भूमिका निभाने वाले पूर्व मंत्री हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से लगातार पांच बार सांसद चुनकर दिल्ली संसद में पहुंचने वाले अनुराग ठाकुर की बढ़ती लोकप्रियता को नजरअंदाज हिमाचल से दिल्ली तक नेताओं को आसान नहीं होगा।

पूर्व मंत्री अनुराग ठाकुर पर हिमाचल प्रदेश की जनता की नजर बनी हुई है कि पार्टी हाइकमान उन्हें आने वाले चुनावों को लेकर क्या जिम्मेवारी सौंपती है या फिर केंद्र सरकार में  मंत्री पद सौंप कर हिमाचल की उम्मीदों को विकासात्मक योजनाओं  रेल लाइनों , फोरलेन ,  शिक्षा ,स्वास्थ्य ,हाइड्रो प्रोजेक्ट्स ,सोलर प्लांट, मत्स्य पालन , पर्यावरण जैसे प्रोजेक्टों में बढ़ावा मिलेगा।

हिमाचल प्रदेश भाजपा नेताओं द्वारा संगठनात्मक नेतृत्व करने वाले प्रदेशाध्यक्ष  के लिए जिन्ह नामों को लेकर चर्चा हो चुकी है सभी भाजपा के दिग्गज और लोकप्रिय नेता हैं।

राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हिमाचल से ही संबंध रखते हैं उनके राजनीतिक भविष्य की सियासी चाल को हिमाचल भाजपा के तमाम नेता बखूबी समझते हैं कि वह भी हिमाचल भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष का चयन बहुत ही गंभीरता से करना चाहते हैं ताकि 2027 के विधानसभा चुनावों की परिस्थितियों में कौन कैसे रेस में शामिल होगा राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद को पीछे नहीं रखना नहीं चाहेंगे । यही कारण है कि हिमाचल भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल के कार्यकाल को लगातार  आगे बढ़ाया जा सकता है । वहीं  नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर एक  संगठन और सरकार का संचालन करने का अनुभव रखने वाला एक ऐसा मजबूत चेहरा भी है, जिनका हिमाचल प्रदेश के हर विधानसभा  क्षेत्रों में अपना एक गुट खड़ा हुआ है।   पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के राजनीतिक भविष्य को समझते हुए कई नेता धीरे धीरे अपने आप को गुटबाजी से दूर रखने लगे हुए हैं। कारण यह भी है कि हॉट सीट के चाहवान नेताओं को भी मालूम है कि पार्टी का हाइकमान  कब किस नेता पर मोहर लगा दे और कब किसे किसका सरदार बना दें फैसलों से बीजेपी के नेताओं की बयानबाजी नहीं आती है।  जिससे बीजेपी अनुशासित पार्टी बन चुकी है।

हिमाचल प्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री प्रो,प्रेम कुमार धूमल के समर्थकों द्वारा पूरी तरह से पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ अपना संयम पार्टी के साथ बनाए रखा हुआ है , वहीं पूर्व मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के समर्थक हिमाचल में  एक बार फिर से वापसी की राह ताक रहे हैं लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भले ही हिमाचल प्रदेश की जनता उन्हें पसंद करे या न करें लेकिन अपने राजनीतिक प्रोफाइल के साथ सब पर भारी पड़ सकते हैं।

यही कारण है कि हिमाचल भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष जेपी नड्डा की पसंद का बनेगा,  वह चाहे राजीव बिंदल के कार्यकाल को एक बार फिर से आगे बढ़ाएंगे या त्रिलोक जंबाल को संगठन की कमान मिले या फिर राजीव भारद्वाज ,राज्यसभा सांसद इंदु गोस्वामी, या न्याय दूसरा भाजपा नेता ही क्यों न हो।

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