छोटी काशी मंडी में 10 जून 1999 को एक बेटी जिसका नाम उनके माता पिता ने काजल राय सदाना रखा । काजल राय सदाना ने बचपन से ही अपने सपने को सच करने के लिए कड़ी मेहनत की कर अपने सपने को सच कर भी दिखाया है। काजल राय सदाना भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनी है।
बनी हैं। भारतीय सेना की चेन्नई स्थित आफिसर एकेडमी में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन हुई पासिंग आउट परेड में काजल सदाना ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने का गौरव प्राप्त किया है। काजल राय सदाना की इस उपलब्धि से पूरे प्रदेश का गौरव बढ़़ा है। एक वर्ष तक चली कठिन परीक्षा के बाद काजल राय सदाना ने यह उपलब्धि दर्ज की है। शनिवार को चेन्नई में हुई पीओपी में काजल के पिता भूपेंद्र सदाना, मां अंजना सदाना और छोटा भाई आशुतोष सदाना भी उपस्थित रहे। काजल राय सदाना को पीओपी के बाद भारतीय सेना ने सिकिम्म में पहली पोस्टिंग दी है।
बता दें कि काजल ने जमा दो की परीक्षा डीएवी मंडी, लॉ की डिग्री पंजाब यूनिवर्सिटी और उसके बाद एलएलएम की डिग्री नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी पटियाला से हासिल की है। लॉ करने के बाद काजल ने भारतीय सेना में अधिकारी बनने का जनून पाल लिया था। काजल ने दो बार एसएससी की परीक्षा दी, लेकिन किसी न किसी बजह से उसकी सिलेक्शन नहीं हो सकी। इसके बाद भी काजल ने अपने सपने से मुंह नहीं मोड़ा और तीसरी बार फिर से यह परीक्षा दी। जिसमें न सिर्फ काजल को सफलता मिली, बल्कि उसने पूरे देश में टॉप करते हुए पहला स्थान प्राप्त किया। इसके बाद एक वर्ष तक हुई कठिन टे्रनिंग के बाद अब काजल ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेट बनने का सपना पूरा कर लिया है। काजल के पिता भूपेंद्र सदाना और मां अंजना सदाना कहती हैं कि यह सबकुछ काजल की मेहनत और बाबा बालक नाथ दियोटसिद्ध के आशीर्वाद से ही संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि पूरे परिवार को काजल की इस उपलब्धि पर गर्व है।