मंडी शहर में होली का पर्व पिछले दो दशकों से धीरे धीरे हर साल कदम दर कदम चलकर 2025 में रंगोत्सव के नए आगाज के साथ शुरू होने जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश का मंडी शहर आने वाले तैयार को मनाता है लेकिन अन्य जगह त्यौहार के दिन ही त्यौहार को मनाया जाता है। आम तौर पर देश भर में रंगों यह त्योहार “होली” 14 मार्च को मनाई जाएगी । लेकिन मंडी शहर 13 मार्च को मनाई जाएगी ।
मंडी शहर का ऐतिहासिक सेरी चानणी मैदान में आयोजित होने वाले इस उत्सव को आयोजकों द्वारा “रंगोत्सव मंडी 2025” का नाम दिया गया है। यह आयोजन इस बार पारंपरिक और आधुनिकता का अनूठा संगम करने का आयोजकों द्वारा जिक्र किया गया है ।
शिक्षाविद धर्मेंद्र राणा, युवा व्यापारी दीप कपूर और निजी मीडिया समूह की प्रबंध निदेशक मोनिका ठाकुर संयुक्त रूप से इस उत्सव को आयोजन की भूमिका निभा रहे हैं।
धर्मेंद्र राणा पिछले 20 वर्षों से इस आयोजन का नेतृत्व कर रहे हैं। इस बार उन्होंने युवाओं को भी इस उत्सव में शामिल किया है। राणा ने कहा, “पहले मैं अकेले इस आयोजन को करवाता था, लेकिन इस बार मुझे खुशी है कि युवाओं का जोश और नई सोच भी इसके साथ जुड़ी है।”
युवा व्यापारी दीप कपूर ने इस उत्सव को और बड़े स्तर पर ले जाने की बात कही। उन्होंने कहा, “मेरा सपना है कि यह उत्सव भविष्य में हिमाचल ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत का सबसे बड़ा होली उत्सव बने।”
मोनिका ठाकुर ने बताया कि इस बार पहली बार इस आयोजन को एक नाम दिया गया है और इसे बड़े पैमाने पर आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा, “रंगोत्सव मंडी 2025 न केवल एक उत्सव है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और एकता का प्रतीक है।”
इस बार के आयोजन में कई नए बदलाव देखने को मिलेंगे। स्टेज और साउंड सिस्टम को और आकर्षक बनाया गया है। साथ ही, सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर पुरानी और नई टीम का एक अनूठा संयोजन इस आयोजन को सफल बनाने के लिए काम कर रहा है।
मंडी में होली का यह उत्सव हर साल हजारों लोगों को एक साथ लाता है। इस बार भी उम्मीद है कि सेरी चानणी मैदान में भारी संख्या में लोग जुटेंगे और शांति और उल्लास के साथ इस पर्व को मनाएंगे।
सभी आयोजकों ने लोगों से “रंगोत्सव मंडी 2025” में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह उत्सव न केवल रंगों का, बल्कि एकता और उत्साह का प्रतीक है।