भारतीय किसान यूनियन द्वारा केंद्र की मोदी सरकार द्वारा सांसद में पास कर थोपे गए तीन कृषि बिलों के विरोध में किसानों ने तीन बिलोके विरोध में अपना आंदोलन इस कदर खींचा की केंद्र की मोदी सरकार को तीन बिल वापिस लेने पड़े। लेकिन केंदे सरकार ने जब तीनों बिल वापिस करते हुए जो वादे भारतीय किसान यूनियन से किए थे केंद्र सरकार द्वारा अपनी सत्ता का मात्र कुछ माह का कार्यकाल बचा हुआ है लेकिन अपने किए हुए वादे पूरे नहीं होने पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश टिकैत फिर से मुखर हो चुके हैं। चंडीगढ़ में किसान इक्ठां होने शुरू हो चुके हैं। देखना यह होगा कि क्या इस बार भारतीय किसान यूनियन पहले से बड़ा आंदोलन खड़ा करने में कामयाब होगा या नही उसकी तैयारियां भारतीय किसान यूनियन ने अपना काम शुरू कर दिया है।
भारतीय किसान यूनियन द्वारा एक पत्र के माध्यम से किसानों को संदेश भेजना शुरू कर दिया है।
किसानों को पत्र लिख कर अवगत किया गया है कि भारतीय किसान यूनियन उत्तर प्रदेश के पांच मंडलों की कार्यशाला निम्न पत्र मंडी है तारीख पर आयोजित की जाएगी जिसमें किसान मसीहा चौधरी राकेश टिकैत भी उपस्थित रहेंगे ।