परिवहन निगम की खटारा एचआरटीसी बसों के सहारे प्रदेश का ग्रामीण क्षेत्र

सुभाष ठाकुर*******

    लाहौल स्पीति जिले में एचआरटीसी की खटारा बसें जनजातीय क्षेत्र की जनता के लिए परेशानी का सबब बन रही हैं। 

उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री जिनके पास परिवहन निगम की जिम्मेवारी है। निगम की खस्ता हालत घाटे तक सीमित नहीं बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों जहां निगम की बसों द्वारा सुविधाएं मुहैया करवानी चाहिए थी ग्रामीण क्षेत्र की  आमजनता को निगम की बसों में सफर करने से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को चाहिए कि शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों की आमजनता को मिलने वाली सुविधाएं कम न करेंके बल्कि जनता के सफर को सुगम बनाया जाए। 

 

एचआरटीसी की  खटारा बसों में सफर करना जान जोखिम में डालने के बराबर होता जा रहा है।  किसी चालक और परिचालक की कोई कमी नहीं  बल्कि परिवहन निगम के आलाधिकारियों और जिम्मेवार मंत्री व राज्य सरकार की निगम की बसों में सुधारीकरण के लिए उचित कदम उठाए जाने चाहिए ।

जिला लाहौल स्पीति के अच्छे खासे नैशनल हाइवे पर जगह जगह परिवहन निगम की बसें खड़ी हुई है। कभी किसी का इंजन खराब , टूटी हुई फैनवैल्ट से सफर करवाया जा रहा है। किसी बसों के गियर

में रसी बांध कर सवारियों से  भरी हुई बस को दौड़ाया जा रहा है, फैन वैलेट टूटते जब देखा कि गियर को रसी से बाधा हुआ था , रस्सी भी टूटी गई। ऐसी बसों में भगवान भरोसे ही सफर किया जा रहा है ।

सरकाघाट से 5:30बजे  लाहौल के उदयपुर के लिए चलने वाली बस की आवाजाही फैनवैलेट टूटी हुई थी, लाहौल के सिस्सु पहुंचे ही टूट जाने से बस खड़ी हो गई । केलांग से जालहमा के साथ एक अन्य एचआरटीसी बस कई दिनों से रुकी हुई है। यही नहीं केलांग की बस केलांग-धर्मशाला 15/20 किलोमीटर चलते ही दालंग मैदान में हांफ गई। वहीं रुक गई और लोगों को फिर से मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

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 केलांग डिपो में कुल 78 बसें हैं, जिनमें से अधिकांश बसें पुरानी और खटारा हो चुकी हैं। वर्ष 2015 के बाद से केलांग डिपो में एक भी नई बस नहीं भेजी गई है, जबकि परिवहन निगम द्वारा अन्य क्षेत्रों में नई बसें चलाई जा रही हैं।

केलांग डिपो की बसों की स्थिति कुल 78 बसें हैं, जिनमें से 13 बसें वर्ष 2015 की हैं। केलांग डिपो में 31 बसें बीएच4 मॉडल की हैं, जिनका सफर लगभग पूरा हो चुका है । पुरानी बसें होने के कारण लोगों को सफर में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। परिवहन निगम की जिम्मेदारी परिवहन निगम के आलाधिकारियों को देखना होगा कि खटारा बसों का सफर जब पूरा नहीं हो रहा होता है तो बस में भरा हुआ डीजल कितना खर्च हुआ या नहीं हुआ है यह भी जांच का विषय बन हुआ है। परिवहन निगम को केलांग डिपो में नई बसें भेजने की आवश्यकता है ताकि जनजातीय क्षेत्र की जनता को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा की सुविधा मिल सके।

   *बॉक्स* 

जनता की मांग जिला लाहौल स्पीति की जनता मांग कर रही है कि केलांग डिपो में नई बसें भेजी जाएं ताकि उन्हें सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा की सुविधा मिल सके।

जनता को उम्मीद है कि परिवहन निगम उनकी मांगों को सुनकर उचित कार्रवाई करेगा। यह मामला हिमाचल प्रदेश के परिवहन निगम के लिए एक बड़ी चुनौती है और उन्हें जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करने की आवश्यकता है।

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