सुभाष ठाकुर*******
हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से चार बार लगातार जीत हासिल कर रिकॉर्ड बनाने वाले केंद्रीय सूचना प्रसारण एवम युवा खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के सियासी कदमों ने एक बार फिर से बड़ी छलांग लगाई है।
देश के सबसे कम उम्र में युवा सांसद बनकर बीजेपी के राष्ट्रीय युवामोर्चा के अध्यक्ष बन कर बीजेपी की ऐसी मजबूत नीव रख कर देश दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक दल का दर्जा दिलाने में कड़ी मेहनत करने वाले अनुराग ठाकुर ने 18वीं लोकसभा चुनावों में अपने संसदीय क्षेत्र की मुश्किलों से पार पाने के लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के संसदीय क्षेत्र और मुख्यमंत्री के गृह जिले मैं ऐसा उलटफेर कर डाला कि जिसमें केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के पुराने मित्र हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला द्वारा विधायकों को अपनी पार्टी की झोली से अपने मित्र को छः कांग्रेस विधायकों को बीजेपी में जाने के लिए मजबूर करवाया गया।
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के गृह जिले से कांग्रेस विधायकों बीजेपी में शामिल करने में निभाई बड़ी भूमिका है।
हिमाचल की कांग्रेस सरकार को फिलहाल तो कोई संकट नही है लेकिन लोकसभा चुनावों और उपचुनावों में छः विधायकों के साथ तीन निर्दलीय विधायकों के चुनावों में बीजेपी सभी जीत दर्ज करती है तो कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आने की स्थिति में अनुराग ठाकुर हिमाचल की सियासत में सबसे बड़ी भूमिका निभाने में देरी नही करेंगे।
नेता प्रतिपक्ष पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर फिर से सत्ता की गद्दी से तब पिछड़ जायेंगे। क्योंकि मंडी जिले से भी कई बीजेपी के विधायकों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री धूमल से करीवियां है।
हिमाचल के छः कांग्रेस बागी विधायकों की मुलाकात देर रात केंद्रीय सूचना प्रसारण एवम युवा खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्री अमितशाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से करवाई मुलाकात करवाई गई है । हिमाचल प्रदेश में बीजेपी राजनीतिक दल में अनुराग ठाकुर की राजनीतिक सियासी कदमों पर सभी की नजरें बनी हुई है कि लोकसभा चुनावों में हिमाचल प्रदेश की कोन कोन संसदीय क्षेत्रों से बीजेपी और कांग्रेस के सांसद जीत कर दिल्ली पहुंचते हैं।