अमर ज्वाला //शिमला
सविष्कार हिमाचल की प्रान्त संयोजक तेजस्विनी सिंह ने सविष्कार की राष्ट्रीय कार्यशाला 2024 में हिमाचली संस्कृति को बढ़ावा देते हुए चर्चा की कि हिमाचल में किस प्रकार के स्टार्टअप हो सकते हैं, उन्होंने कहा कि ज़रूरी नहीं है कि स्टार्टअप केवल तकनीकी क्षेत्र में ही शुरू किए जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि हिमाचल एक कृषि प्रधान प्रदेश है और यहाँ पर हमें तकनीकी या उद्योगी क्षेत्र के अलावा सांस्कृतिक उद्यमिता पर बहुत से स्टार्टअप मिल सकते हैं क्योंकि हिमाचल देवभूमि के साथ साथ सांकृतिक केंद्र भी है । यह कार्यशाला i-Hub अहमदाबाद (कर्णावती) में 2 दिन तक रही जिसमे स्टार्टअप को लेकर विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई और सविष्कार हिमाचल नें भी इसमें बढ़ चढ़ कर भाग लिया ।
इस कार्यशाला में अलग अलग सत्रों में विभिन्न विषयों में मंथन किया गया । इस कार्यशाला में विशेष रूप से प्रो. उन्नत पी pandit जी, (कंट्रोलर जनरल ऑफ़ पेटेंट्स, डिज़ाइन, ट्रेड मार्क्स) , आशीष चौहान जी (राष्ट्रीय संगठन मंत्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ), प्रवीन नाहर जी (निदेशक NID, अहमदाबाद), डॉ सुनील शुक्ला (महानिदेशक EDII), क्रांतिसागर मोरे (राष्ट्रीय संयोजक सविष्कार) मौजूद रहे | कार्यशाला में 2 सत्र पैनल डिस्कशन के भी रहे जिसमें अलग अलग स्टार्टअप के फाउंडर भी वहाँ मौजूद रहे ।