*प्रमोद जायसवाल ने एसपीयू मंडी के शिक्षकों को सिखाया उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन करना

एसपीयू के शिक्षकों को विताधिकारी ने सिखाया कानून का पाठ, 1 नजवरी 2024 को वायोमिट्रिक प्रणाली से  उपस्थिति दर्ज करवाने के लिए हुए सभी शिक्षक मजबूर

सुभाष ठाकुर*******

केंद्र व राज्यों की सरकारों को भ्रष्टाचार से मुक्त करना या लूटपाट मचाने का कार्य विभाग के आलाधिकारियों के प्रभाव को मानना या नही मानना यह सब वितविभाग के अधिकारी पर निर्भर रहता है।

संस्थागत कार्यों के प्रभावशाली क्रियान्वयन के लिए आवश्यक है कि उसकी कार्यप्रणाली स्पष्ट और नवीनतम कानूनों और कानूनी स्थिति के अनुरूप  कोष का सदुपयोग किया जाता रहे। इसी महत्व को देखते हुए सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के विताधिकारी प्रमोद जायसवाल 30 अप्रैल 2024 को सेवा निवृति होने से कुछ माह पहले अपनी ईमानदारी का इतिहास मंडी विश्वविद्यालय के दस्तावेजों में दर्ज कर चुके हैं।

प्रमोद जायसवाल ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के विताधिकारी के पद पर कार्यरत के दौरान विश्वविद्यालय के शिक्षकों की मनमानी को कानूनी पाठ की परिभाषा ही नही सिखाई बल्कि उन्हें उच्च न्यायलय के आदेशों का सख्ती से पालन करना भी सिखाया ।

विताधिकारी प्रमोद जायसवाल ने सरदार पटेल विश्वविद्यालय के दो दर्जन से अधिक शिक्षकों के वेतन पर रोक लगाकर शिक्षकों में हड़कंप मचा डाला था । वायोमिट्रिक उपस्थिति दर्ज न करने पर कुछ माह तक उनके वेतन पर रोक लगा रखी ।

विश्वविद्यालय के शिक्षकों को वायोमिट्रिक उपस्थिति दर्ज करने के लिए उच्च न्यायलय में दायर एक याचिका के आदेशों पर सरकार ने सभी संस्थानों के अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी उपस्थिति वायोमिट्रिक प्रणाली से दर्ज करना अनिवार्य किया गया।

लेकिन विश्वविद्यालय के दो दर्जन से अधिक शिक्षक न्यायलय तथा शिक्षा सचिव व कार्मिक विभाग द्वारा जारी पत्र के बावजूद वायोमिट्रिक उपस्थिति दर्ज नहीं कर रहे थे।

विश्वविद्यालय के ईमानदार विताधिकारी प्रमोद जायसवाल ने सख्ती से कानून और सरकार के आदेशों का पालन करते हुए विश्वविद्यालय की प्रशासन को सभी शिक्षकों को पत्र जारी कर वायोमिट्रिक उपस्थिति दर्ज किए बिना वेतन जारी नही करने को कहा गया। विताधिकारी ने सख्ती  सरकार और न्यायालय के आदेशों का पालन करते हुए शिक्षकों का वेतन रोक कर विश्वविद्यालय में हड़कंप मचा भी डाला था।

सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के सभी शिक्षकों ने 1 जनवरी 2024 को वायोमिट्रिक प्रणाली  से अपनी उपस्थिति दर्ज करनी शुरू कर डाली ईमानदार विताधिकारी द्वारा सुबह शाम विश्वविद्यालय में रहने के लिए मजबूर कर डाला ।

*बॉक्स*

*कौन थे सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के विताधिकारी ?*

प्रमोद जायसवाल (वित्त अधिकारी एसपीयू मंडी से 30 अप्रैल 2024 मंगलवार को सेवानिवृत हो चुके हैं।

प्रमोद जायसवाल (एच ए एफ स) वित्त अधिकारी एसपीयू मंडी लगभग 37 वर्ष की सरकारी सेवा देने के उपरांत आज 30 अप्रैल 2024 को सेवानिवृत हुए। इस अवसर पर रानी लक्ष्मीबाई भवन के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित विदाई समारोह में एसपीयू परिवार के सदस्यों ने उन्हें सम्मानपूर्वक विदा किया। प्रो० अनुपमा सिंह प्रोवीसी ने प्रमोद जायसवाल को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया तथा टोपी, शाल व समृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। ई0 सुनील वर्मा, परीक्षा नियंत्रक सहित एसपीयू परिवार से सभी सदस्यों ने प्रमोद जायसवाल को फूल मालाएँ पहनाकर और फूल की कलियों देकर स्वागत किया। प्रो० अनुपमा सिंह प्रोवीसी ने इस मौके पर कहा की अपने कार्यकाल में प्रमोद जसवाल की छवि एक मेहनती और ईमानदार परंतु नियमों और कानून के सख्त अधिकारी के रूप में रही। प्रो० अनुपमा सिंह ने प्रमोद जसवाल के सुखी जीवन और अच्छे स्वास्थ के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं।

 

प्रमोद जसवाल का जन्म वर्ष 1966 में जिला ऊना के क्योरी गांव के एक किसान परिवार में हुआ उनकी आरंभिक शिक्षा क्योरी गांव में ही हुई उच्च शिक्षा राजकीय महाविद्यालय ऊना से ग्रहण करने के पश्चात उन्होंने जनवरी 1987 को स्वास्थ्य विभाग आईजीएमसी शिमला में बतौर लिपिक सरकारी सेवा देना प्रारंभ किया। वर्ष 1998 में प्रमोद जायसवाल ने अपनी कड़ी मेहनत से हिमाचल प्रदेश फाइनेंशियल एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज पास की और बतौर अनुभाग अधिकारी जिला चंबा में शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दी। प्रमोद जसवाल हिपा में एग्जाम सेक्रेटरी के तौर पर भी काम कर चुके हैं जहां इन्होंने आईएएस और एचएएस अधिकारियों को फाइनेंशियल सर्विसेज की ट्रेनिंग दी है। जुलाई 2023 को सरदार पटेल विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी के रूप में कार्यभार संभाला और लगभग 10 महीने एसपीयू मंडी में अपनी सेवाएं दी। इससे पहले प्रमोद जसवाल ने डीसीएफए के पद पर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन शिमला में तथा रेगुलेटरी कमिशन पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड व् शहरी विकास विभाग में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। प्रमोद जसवाल ने अपने विभाग के उच्तम पद (वित्त अधिकारी) के रूप में सेवाएं देकर अपने सेवाकाल को सम्पूर्ण किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *