लाहौल स्पीति में विधानसभा का उपचुनाव त्रिकोणीय मुकाबला 

***कांग्रेस की अनुराधा बीजेपी के रवी ठाकुर को पूर्व मंत्री रामलाल मार्कण्डे निर्दलीय दी चुनौती

अमर ज्वाला //केलांग

जिला लाहौल स्पीति की एकमात्र विधानसभा सीट के लिए क्षेत्र की जनता को त्रिकोणीय मुकाबले में अपने विधायक का चुनाव करना मुश्किल हो चुका है ।

लाहौल स्पीति विधानसभा क्षेत्र हिमाचल प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की सबसे बड़ी विधानसभा सीट क्षेत्रफल के आधार पर बड़ी है लेकिन सबसे कम मतदाताओं वाली विधानसभा सीट भी लाहौल स्पीति ही है।

लाहौल में कुल मतदाता 25732, है जिसमें महिला मतदाता 13180 और पुरष मतदाता 12552 हैं।

लाहौल में लगभग 18 से 20 हजार मतदान होने की संभावना रहती है। त्रिकोणीय मुकाबले में जिसने 7 हजार से 8 हजार से अधिक मतदान हासिल किए जीत उसी की संभव मानी जा रही है।

कांग्रेस ने महिला प्रत्याशी अनुराधा राणा और बीजेपी ने कांग्रेस के पूर्व विधायक रवी ठाकुर को टिकेट देकर मैदान में उतारा हुआ है, वहीं पूर्व मंत्री डॉक्टर रामलाल मार्कण्डे को उनके समर्थकों द्वारा उन्हे निर्दलीय मैदान में उतारने का एलान कर दिया है। 13 मई को वह अपने दलबल के साथ बतौर निर्दलीय उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे।

कांग्रेस प्रत्याशी अनुराधा राणा ने बुधवार 8 मई को जिला मुख्यलय केलांग में अपना नामांकन पत्र भर दिया हुआ है। अनुराधा राणा के साथ कांग्रेस टिकट के चाहवान शामिल बताए जा रहे हैं।

लेकिन कांग्रेस को भीतरघात और बीजेपी को भीतरघात का जबरदस्त डर बना रहेगा।

अनुराधा राणा पर कुल्लू के विधायक सुंदर ठाकुर का आशीर्वाद बताया जा रहा है । लाहौल के कुछ कांग्रेस नेताओं का मानना है की लाहौल की राजनीति अब कुल्लू से कंट्रोल होती रहेगी। अनुराधा राणा के लिए पट्टन वैली और स्पीति से कितना समर्थन प्राप्त होता है इन्ही दोनों क्षेत्रों पर कांग्रेस की उनीदवार की हार और जीत निर्भर करेगा।

रवी ठाकुर का बीजेपी में ही विरोध हुआ था वही त्रिकोणीय मुकाबले में रवी ठाकुर की मुश्किलें और अधिक बढ़ चुकी है।

लाहौल में पूर्व मंत्री रामलाल मार्कण्डे का निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरना कांग्रेस और बीजेपी के लिए मुश्किल खड़ी तो कर दी है वही पूर्व मंत्री रामलाल मार्कण्डे की भविष्य की राजनीति भी जीवित रहने का अनुमान लगाया जा रहा है।

रामलाल मार्कण्डे ने एक वीडियो में बयान जारी करते हुए कहा कि उनका चुनाव लडने का कोई मन नही था लेकिन उन्होंने लाहौल की जनता का मिल रहा समर्थन ने उन्हे निर्दलीय चुनाव लडने के लिए मजबूर किया हुआ है।

पूर्व मंत्री ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस ने उनका डेढ़ माह का वक्त जाया बरगलाते हुए जाया किया हुआ है।

उन्होंने प्रदेश की कोंग्रेस सरकार पर लाहौल स्पीति के कई संस्थान बंद करने का आरोप लगाया हुआ है। उन्होंने कहा कि लाहौल की 13 हजार महिलाओं में से मात्र एक हजार मालहिओं को 1500 रुपए देकर कांग्रेस नही जीत पाएगी।

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