लाहौल में डॉ रामलाल मारकंडेय ने बढ़ाई कांग्रेस और बीजेपी उम्मीदवारों की मुश्किलें

लाहौल में हो रहे विधानसभा के उपचुनावों में निर्दलीय उमीदवार पूर्व मंत्री डॉक्टर रामलाल मारकंडे ने कांग्रेस उमीदवार अनुराधा राणा और बीजेपी के रवी ठाकुर की मुश्किलें बढ़ा डाली है।

लाहौल के विधानसभा के उपचुनावों के त्रिकोणियां मुकाबले में डॉक्टर रामलाल मारकंडे के पक्ष में लाहौल के पट्टन वैली और गाहर वैली तक जबरदस्त बढ़त की चर्चा कांग्रेस और भाजपा नेताओं में खूब हो रही है।

लाहौल के उपचुनावों में अनुराधा राणा कांग्रेस में पिछले तीन से चार वर्षों में शामिल हुई और जिला परिषद अध्यक के पद से पार्टी ने नवाजा हुआ है।

कुल्लू के विधायक सुंदर ठाकुर तथा जगत सिंह नेगी  लाहौल कांग्रेस उमीदवार की पहली पसंद इस लिए रही  ताकि महिलाओं को 1500 रुपए देने वाली कांग्रेस की गारंटी सरकार ने लाहौल से शुरू की हुई है जिसका लाभ लाहौल से अनुराधा राणा को मिलेगा । पूर्व मंत्री डॉक्टर राम लाल मारकंडे को उनके समर्थकों द्वारा निर्दलीय चुनाव में खड़ा किया और जबरदस्त हवा बना डाली है।

लाहौल में इस बात की खूब चर्चा है कि लाहौल की राजनीति कुल्लू के रिमोट से नहीं चलने देंगे। कांग्रेस के कुछ लोगों की माने तो उनका कहना है कि कुल्लू के नेताओं का लाहौल की राजनीति में ऐसी इच्छा किस मकसद से उत्पन हुई है । जिसके कारण कांग्रेस को छोड़ कर निर्दलीय उमीदवार डॉक्टर रामलाल मारकंडे के साथ खड़े हो चुके हैं , वहीं कांग्रेस छोड़ बीजेपी के टिकेट से चुनाव लड़ रहे रवी ठाकुर जिन्होंने हमेशा बीजेपी के लोगों के साथ विरोध में काम किया उपचुनावों में बीजेपी ने संगठन के लोगों को पीछे कर दूसरे दल के नेता को उमीदवार बनाने से बीजेपी समर्थकों ने भी  पूर्व की बीजेपी सरकार में रहे मंत्री डॉक्टर रामलाल का समर्थन देना शुरू किया हुआ है।

बीजेपी और कांग्रेस के अंशतुषों की संख्या बढ़ती जा रही है जिसके कारण निर्दलीय उमीदवार के पक्ष में माहौल बनता जा रहा है।

लाहौल में लोगों का यह मानना है कि बाहरी नेताओं का लाहौल में इस लिए हस्तक्षेप बड़ा हुआ है कि लाहौल स्पीति में जलविद्युत और सोलर परियोजना के निर्माण कार्यों का लाभ लेने के लिए लाहौल कांग्रेस में यह दखल अंदाजी का मुख्य लक्ष्य बताया जा रहा है। कुछ लोगों का मानना यह भी है कि लाहौल में बढ़ते पर्यटकों की आवाजाही से पर्यटन स्थलों से होने वाली कमाई पर नजरें बनाई हुई है। जबकि कुछ लोग यह भी मान रहें हैं कि जनजातीय क्षेत्र के बजट को कैसे खर्च किया जाए जिसका अधिकार कुल्लू और किनौर के नेताओं के हस्तक्षेप से लाहौल की सियासत में उनकी धमक चलती रहे।

लाहौल की जनता स्वाभिमानी है , किसी के दबाव में  कोई कार्य नहीं करने वाले हैं।

लाहौल कांग्रेस की राजनीति अब कुल्लू के रिमोट से होने का डर लाहौल कांग्रेस नेताओं को सताने लगा है।

लाहौल के उपचुनावों में यही कारण है कि लाहौल के इस त्रिकोणियां मुकाबले में जनता ने कांग्रेस की अनुराधा राणा और बीजेपी के रवी ठाकुर को अब भीतरघात की संभावना बढ़ती  जा रही है।

पटन वैली में एक कांग्रेस नेता कुछ घरों में कांग्रेस प्रचार के लिए दस्तक दी तो परिवार जनों ने उन्हें साफ किया कि विधानसभा में चारों वोट मारकंडे और लोकसभा में विक्रमादित्य सिंह को देंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि उपचुनावों में अनुराधा राणा को दें क्योंकि कांग्रेस सरकार ने महिलाओं को 1500 रुपए भी तो दे रही है। परिजनों द्वारा पलटवार कर कांग्रेस नेता को पूछा क्या कांग्रेस के अनुभवी नेताओं की लाहौल में कमी हो गई और जिसे कुल्लू के नेताओं से लाहौल की कांग्रेस चलाई जाएगी।

ऐसी स्थिति में निर्दलीय उमीदवार डॉक्टर रामलाल मारकंडे ने बीजेपी और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाई हुई है।

लाहौल में निर्दलीय उमीदवार पूर्व मंत्री डॉक्टर रामलाल मारकंडे और कांग्रेस उमीदवार अनुराधा राणा में मुकाबला होता हुआ दिखाई दे रहा है। बीजेपी उमीदवार रवी ठाकुर के खिलाफ लाहौल में माहौल नहीं बन रहा है क्योंकि उन पर दलबदल की राजनीति का विरोध लाहौल के मतदाताओं में जबरदस्त देखा जा रहा है।

निर्दलीय उमीदवार पूर्व मंत्री डॉक्टर रामलाल मारकंडे एक अनुभवी और वरिष्ठ नेता बखूबी जानते हैं कि क्षेत्र के विकास के लिए किस योजना के लिए कहां से बजट का प्रावधान होगा । यही कारण है कि लाहौल के समझदार मतदाताओं ने अपने अनुभवी नेता का समर्थन में पूरी तरह से हवा बना डाली हैं।

देखना यह होगा कि निर्दलीय उमीदवार की चर्चा जिस तेजी से जोर शोर में अपनी पकड़ बनाई हुई है क्या वह मतों में परिवर्तित करने में कामयाब होंगे या नही चर्चा ही मात्र बन कर रह जाएगी और कांग्रेस की अनुराधा राणा बाजी मारते ही अन्य कांग्रेसी नेता टिकटों के चाववान लंबे समय तक अपने हाथ मलते रहेंगे।

 

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