प्रदेश की सियासत में अनुराग ठाकुर ने लगाई लोकप्रियता की लम्बी छलांग, समर्थक बोले हिमाचल का है भविष्य
सुभाष ठाकुर*******
देश की 18वी लोकसभा चुनावों के परिणाम आते ही देश की सियासत में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है।
बीजेपी बहुमत के आंकड़े को पार नहीं कर पाई और देश के किसी भी राजनीतिक दल को पूर्ण बहुमत हासिल नहीं मिला है।
एनडीए गठबन्धन को पूर्ण बामुमत मिला जरूर है लेकिन राजनीति में कब कौन किस करवट बैठ जाए कुछ नहीं कहा जा सकता है।
हिमाचल प्रदेश में बीजेपी लोकसभा चुनावों में 4- 0 की हैट्रिक लगाने में कामयाब हुई है ।
हिमाचल प्रदेश की सियासत के सबसे लोकप्रियता में अनुराग ठाकुर ने बड़ी छलांग लगाई है। अनुराग ठाकुर को उनके राजनीतिक विरोधी कमजोर करने में पिछले 7 से 8 वर्षों में व्यस्त रहे लेकिन 2024 के आम लोकसभा चुनावों के परिणाम आते ही अंगराग ठाकुर हिमाचल प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भर में अपनी लोकप्रियता का लोहा मनवाया है।
अनुराग ठाकुर हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से लगातार पांचवी बार सांसद चुनकर प्रदेश की सियासत में नया रिकॉर्ड बना चुके हैं।
अनुराग ठाकुर 2009 के उपचुनावों और 2014 – 2015 के आम चुनावों में हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं। 2019 और 2024 के लगातार एक ही संसदीय क्षेत्र से जीत का रिकॉर्ड बनाने वाले के अनुराग ठाकुर ने एक बार फिर से अपने पिता पूर्व मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल समर्थकों के हौंसले बुलंद कर दिए हैं।
18वीं लोकसभा चुनावों में अनुराग ठाकुर को 6,07,068 और उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस के उमीदवार सतपाल रायजादा को 4,24,711 मत प्राप्त हुए और अनुराग ठाकुर की लगातर पांचवी जीत का रिकॉर्ड 1,82,357 मतों के साथ इतिहास रचा डाला है।
हिमाचल भाजपा में अनुराग ठाकुर को प्रदेश का आने वाला मुख्यमंत्री के तौर पर भी देखा जाने लगा है।
हिमाचल प्रदेश में पूर्व की बीजेपी सरकार के कार्यकाल में पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर नेता नेताप्रतिपक्ष गुट ने धूमल समर्थकों को हाशिए पर धकेल रखा था लेकिन धूमल समर्थकों को के केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की पांचवी जीत पर नजरें बनाई हुई थी और धूमल समर्थक कामयाब भी रहे।
18वीं लोकसभा चुनावों के परिणाम आते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 400 पार के नारे की हवा निकल चुकी है वहीं इंडिया गठबंधन के हौंसले पूरी तरह से बुलंद दिखाई दे रहे हैं। मोदी की गारंटी हिमाचल प्रदेश की सियासत में जबरदस्त उछाल देखने को मिला लेकिन हिमाचल भाजपा का जो मिशन लोटस का सपना था वह हिमाचल प्रदेश की जनता ने बीजेपी को कामयाब नहीं होने दिया।
छः विधानसभा क्षेत्र धर्मशाला क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी सुधीर शर्मा ने 28066 मत प्राप्त कर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के देवेन्द्र सिंह जग्गी को हराया, जिन्हे 22540 मत प्राप्त हुए।
निर्दलीय प्रत्याशी राकेश चौधरी को 10770, सतीश कुमार को 422 तथा नोटा को 482 मत मिले।
लाहौल-स्पिति विधानसभा
लाहौल-स्पिति विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की प्रत्याशी अनुराधा ने 9414 मत प्राप्त कर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय डॉ. राम लाल मारकण्डा को हराया, जिन्हें 7454 मत प्राप्त हुए।
भाजपा के रवि ठाकुर को 3049 तथा नोटा को 76 मत मिले।
सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र
सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन रणजीत सिंह राणा ने 29529 मत प्राप्त कर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के राजेन्द्र सिंह राणा को हराया, जिन्हें 27089 मत प्राप्त हुए।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के रविन्द्र सिंह डोगरा को 334, निर्दलीय प्रत्याशियों अनिल राणा को 134 व शेर सिंह को 71 राजेश कुमार 46, तथा नोटा को 241 मत मिले।
कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र
कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विवेक शर्मा ने 36853 मत प्राप्त कर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के दविन्द्र कुमार भुट्टो को हराया, जिन्हें 31497 मत प्राप्त हुए।
निर्दलीय प्रत्याशी चंचल सिंह को 300 तथा राजीव शर्मा को 234 तथा नोटा को 341 मत मिले।
विधानसभा क्षेत्र गगरेट
विधानसभा क्षेत्र गगरेट से कांग्रेस के राकेश कालिया ने 35768 मत प्राप्त कर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के चैतन्य शर्मा को हराया, जिन्हें 27281 मत प्राप्त हुए।
निर्दलीय अमित वशिष्ट को 570, अशोक सौंखला को 323 तथा मनोहर लाल शर्मा को 288 तथा नोटा को 606 मत मिले।
विधानसभा क्षेत्र बड़सर
विधानसभा क्षेत्र बड़सर से भाजपा के इन्द्रदत्त लखनपाल ने 33086 मत प्राप्त कर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के सुभाष चन्द को हराया, जिन्हें 30961 मत प्राप्त हुए।
निर्दलीय प्रत्याशी विशाल कुमार को 452 तथा नोटा को 323 मत मिले।