हिमाचल सहायक पुस्तकाध्यक्ष एसोसिएशन की राज्य सहसचिव सुनिता साहु ठाकुर की आकस्मिक मृत्यु पर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने गहरा अशोक व्यक्त किया है। सुनीता ठाकुर ने मंगलवार तड़के 5:00 बजे एम्स अस्पताल बिलासपुर में दम तोड़ा। वह अपने पीछे एक भरा पूरा परिवार पति, बेटा, बहू व दो पोतियां छोड़ गई। एसोसिएशन के संस्थापक प्रदेशाध्यक्ष भगत सिंह गुलेरिया व मुख्य सलाहकार चंद्र चौहान (मंडी), सलाहकार लोमश शर्मा (उना), उपाध्यक्ष कुसुम (शिमला) महासचिव मनीष कुमार (कांगड़ा), वित्त सचिव कौल दास (बिलासपुर) व कार्यकारी सदस्य सरिता शर्मा (शिमला) व प्रेम सिंह (सोलन) ने कहा कि सुनीता ठाकुर सर्वाधिक सक्रीय सदस्यों में से एक थी। जिसने अपने सरकारी सेवाकाल के दौरान भी बहुत ज्यादा संघर्ष किया। वह लाईब्रेरी बियरर, अटेंडेंट, रिस्टोरर रहने के पश्चात वर्ष 2016 में सहायक पुस्तकाध्यक्ष के लिए पदोन्नत हुई थी। इस दौरान उसके सेवा संबंधी दो-तीन मामले उच्च न्यायालय के विचाराधीन चल रहे थे। यूजीसी वेतनमान के लिए भी दो बार कोर्ट केस किया। जिसका उसे कुछ लाभ अभी एक दो महीने से मिलना शुरू हुआ था। पिछले एरियर की लाखों रुपए की पहली किस्त भी आने ही वाली थी कि वह इस दुनिया को अलविदा कह गई।
उनके बारे में यह भी उल्लेखनीय है कि उन्होंने स्वर्गीय रूप लाल राणा जिन्होंने कि लाइब्रेरी अटेंडेंट, बियरर, रिस्टोरर, अस्सिटेंट लाइब्रेरियन और लाइब्रेरियन के पद पर पहुंचकर राज्य शिक्षा निदेशालय की लाइब्रेरी शाखा में का काम किया था के सानिध्य में बहुत लंबे कार्यकाल तक काम किया था। यह भी उल्लेखनीय है कि रूपलाल राणा के समय में सहायक पुस्तकाध्यक्षों की 2009-10 में आखिरी 200 नियुक्तियां की गई थी। अब यह पद डाईंग घोषित कर दिया गया है।