- ***मोदी सरकार में कृप्टो के गैर कानूनी कारोबार को मिला संरक्षण , सीएम सुक्खू ने की कार्यवाही।
***प्रदेश की पूर्व बीजेपी सरकार में कृप्टो के नाम हुई
करोड़ों की ठगी
*** पुलिस अधिकारियों के पास शिकायतें हुई दर्ज लेकिन कोई गिरफ्तारियां नही ,
अमर ज्वाला //मंडी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल का नौ वर्ष छः माह का कार्यकाल पूर्ण हो चुका है । प्रधानमंत्री मोदी के नौ वर्ष छः माह के इस लम्बे कार्यकाल में देश के करोड़ों लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाया जाता रहा है ।
प्रधानमंत्री मोदी के इस शासन काल में लोगों की कमाई को पिछले कई वर्षों से गांव हो या फिर शहर कृप्टो करंसी के नाम से ठगी कर कंगाल बनाया जाता रहा ।
केंद्र की मोदी सरकार में गैर कानूनी कृप्टो करंसी फलता फूलता रहा, देश के लोग ठगी का शिकार होते रहे । लेकिन केंद्र द्वारा गैर कानूनी कारोबार पर कोई कार्यवाही नहीं की बल्कि 28 प्रतिशत जीएसटी के दायरे में लाकर
गैर कानूनी कृप्टो के किंगपिनों के हाथ मजबूत कर डाले।
केंद्र की मोदी सरकार में वितमंत्री निर्मला सीता रमण के पास यह मामला बड़े पैमाने पर आने के बाद भी गैर कानूनी गोरख धंधा फलता फूलता रहा । क्योंकि डिजिटल करंसी में देश के बड़े बड़े लोगों के अरबों रुपए गैर कानूनी तरीके से जमा हुए हैं । डिजिटल करंसी में जमा करने वालों में से देश की विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े हुए मंत्री , सांसद , विधायक , नेताओं तथा बड़े बड़े उच्च स्तरीय अधिकारियों द्वारा डिजिटल करंसी में अपने पैसे जमा कर रखे हैं । अमर ज्वाला को यह जानकारी कृप्टो करंसी के शिकार हुए कुछ पीड़ितों द्वारा यह जानकारी सांझा की हुई है।
देश ऑनलाइन ठगी का शिकार दिन प्रतिदिन होता जा रहा है ।
ऑनलाइन ठगी डिजिटल करंसी द्वारा ही नही बल्कि वीडियो कॉल तथा ओटीपी के नाम से सीधे साधे लोगों को फोन कॉल कर बैंकों के खाते खाली किए जाने लगे हैं।
केंद्र सरकार के आईटी मंत्रयाल तथा टैलीकमोनिकेशन को ऑनलाइन ठगी पर प्रतिबंध लगाने के लिए उच्च तकनीक पर कार्य करना चाहिए । ताकि ऑनलाइन ठगी से लोगों को बचाया जा सके।हिमाचल की पूर्व बीजेपी सरकार में भी यह कृप्टो
का गैर कानूनी कारोबार खूब फलता फूलता रहा । हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के कुछ लोगों ने मंडी एसपी शालिनी अग्निहोत्री के पास लिखित शिकायत भी दी हुई थी । कृप्टो करंसी के नाम से कांगड़ा जिले के कुछ लोगों द्वारा एक सॉफ्टवेयर बना कर फर्जी डिजिटल करंसी का यूके से आर्टिफिकेट दिखा कर लोगों को करोड़ों रुपए लेकर भागने की शिकायत दर्ज की हुई थी।
मंडी में तत्कालीन एसपी द्वारा कहा था कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है लेकिन कार्यवाही पुर्व की बीजेपी सरकार में नही हो पाई।
हिमाचल प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन करने वाली मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार के कार्यकाल में विधानसभा में यह मामला देहरा के विधायक होशियार सिंह द्वारा उठाए जाने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा कड़ा कदम। उठा कर एसआईटी
का गठन कर कृप्टो कारोबारियों से जुड़े हुए लोगों की गिफ्तारियां शुरू कर दी है।
मंडी के नामीग्रामी कृप्टो कारोबारियों से एसआईटी
के हाथ अभी पहुंच नही पाए है। क्योंकि कृप्टो के यह कारोबारियों के हाथ भी करोड़ों रुपए से भरे हुए हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कृप्टो करंसी के गैर कानूनी कारोबारियों पर हाथ डालकर लाखों लोग कृप्टो के नाम से ठगी का शिकार हुए हैं उनके दिल को सकून जरूर पहुंचाया है। देखना यह होगा कि ठगी का शिकार हुए लोगों को उनकी मेहनत की कमाई वापिस मिल पाती है या नही।
मोदी सरकार में कृप्टो के गैर कानूनी कारोबार को मिला संरक्षण , सीएम सुक्खू ने की कार्यवाही।
