प्रदेश कांग्रेस व युवा कांग्रेस संगठनात्मक फेरबदल शुरू , क्या मुख्यमंत्री की पसंद के होंगे नए अध्यक्ष ?

*** शिमला जिला के नेता को मिल सकता है पार्टी का नेतृत्व

सुभाष ठाकुर*******

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस संगठनात्मक फेरबदल की चर्चा पिछले कई महीनों से चल रही है कि वर्तमान प्रदेशाध्यक्षा रानी प्रतिभा सिंह तथा युवा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष निगम भंडारी का कार्यकाल पूरा हो चुका है ।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कांग्रेस मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सहमति से पार्टी हाईकमान अपनी मोहर लगाएगा लेकिन युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष के अध्यक्ष को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुनने का कार्य पार्टी ने शुरू कर दिया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह का नाम सबसे पहले आ रहा है वहीं संजय अवस्थी, या संजय रत्न के साथ आर एस बाली का नाम कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के लिए इन नामों की चर्चा जोर पकड़ने लगी है।

वहीं युवा कांग्रेस के नए प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए एक दर्जन युवा नेताओं के नामों की चर्चा शुरू हो चुकी है। लेकिन मुख्य तौर पर तीन ऐसे युवा नेताओं के नाम सामने आए हैं।  कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के स्पूत्रों के नाम सामने आए हुए हैं जो विरासत की सियासी बेला को बरसात के मौसम में विरासत की सियासी बेला को आगे बढ़ाने के लिए कदम ताल शुरू कर चुके हैं।

विधानसभा अध्यक्ष के पुत्र सुनाभ सिंह पठानिय चम्बा जिले से , मंडी सुंदर नगर से सोहल लाल ठाकुर के बेटे निखिल ठाकुर, सिराज से चेत राम ठाकुर का बेटा तरुण ठाकुर के नाम दौड़ में शामिल हुए हैं।

वहीं एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष चत्रसिंह ठाकुर का नाम दौड़ में शामिल हो चुका है।

पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह पार्टी की प्रदेशाध्यक्ष के पद पर रहते हुए पार्टी ने उन्हें सीडब्ल्यूसी की हिमाचल प्रदेश से सदस्य भी बनाया हुआ है ।

प्रतिभा सिंह को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पद से बाहर निकालने के लिए पिछले कई महीनों से पार्टी हाईकमान से चर्चा पार्टी नेताओं के भीतर जोरोशोरों से चली हुई है। राज्यसभा चुनावों के दौरान जिस तरह से पूर्ण बहुमत की प्रदेश कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए भाजपा नेताओं दिया जो खेल रचा गया था उस दौरान बतौर प्रदेशाध्यक्ष रानी प्रतिभा सिंह को प्रदेश में अपनी कांग्रेस पार्टी की चुनी हुई पूर्ण बहुमत वाली सरकार के साथ मजबूती से खड़ा होने की बेहद जरूरत देखी गई। क्योंकि कुछ ही सप्ताह बाद देश के आम लोकसभा चुनावों का बिगुल बज रहा था, लेकिन प्रतिभा सिंह के बार बार बयान जारी होते रहे कि लोकसभ चुनावों में पार्टी कैसे जायेगी प्रदेश सरकार में संगठन के नेताओं को शामिल नहीं किया जा रहा है। मंडी संसदीय सीट के लिए चुनाव लडने से इंकार कर बयान जारी किया गया कि एमपी फंड मात्र से कैसे चुनाव जीत सकते हैं।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेवारी अपने करीबी नेता को देने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

प्रदेश कांग्रेस के नए प्रदेशाध्यक्ष के लिए विभिन्न नेताओं के नाम चर्चा आ रहे हैं ,लेकिन मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की नजर शिमला जिले से सम्बंध रखने वाले पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह पर टिक्की हुई है। क्योंकि प्रदेश सरकार में 50 प्रतिशत कैबिनेट दर्जा पाने वाले नेता मात्र एक शिमला संसदीय क्षेत्र से सम्बन्ध रखते हैं।

जिसमें बोर्ड और निगम तथा मुख्यसंसदी सचिवों के साथ यह आंकड़ा और भी बढ़ जाता है।

राजस्व मंत्री, शिक्षा मंत्री, लोकनिर्माण मंत्री, पंचायती राजमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, मीडिया प्रभारी, मुख्य संसदीय सचिवों , बोर्ड निगम के सदस्यों , न्यायालय में ,अधिवक्ता ,अतिरिक्त महाआधिवका, मुख्यमंत्री के ओएसडी तथा सरकार के एहम अन्य पदों पर अधिकांश शिमला जिले से सम्बंध रखते हैं।

पंचायती राज मंत्री का एक कैबिनेट मंत्री का पद शिमला जिले से कम करने के लिए अनिरुद्ध सिंह को पार्टी प्रदेशाध्यक्ष बनाने बनाने की चर्चा शुरू हो चुकी है।

प्रदेश के सबसे बड़े कांगड़ा और मंडी दो जिले हैं। मंडी को प्रदेश कांग्रेस की सरकार ने पूरी तरह से बीजेपी की मजबूती के लिए छोड़ रखा हुआ है ताकि वहीं कांगड़ा चंद्र कुमार कृषि मंत्री , यादविंदर गोमा युवा खेल मंत्री तथा आर एस बाली कैनीनेट रैंक के साथ किशोरी लाल और आशीष बुटेल मुख्य संसदीय सचिव के पद के साथ कांगड़ा के साथ चंबा से विधानसभा अध्यक्ष के पद से संसदीय क्षेत्र की मजबूती दी गई है।लेकिन मंडी पूरी तरह से सरकार और संगठनात्मक दृष्टि से कमजोर किया जा रहा है।

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