अंजना ठाकुर की हत्या की गई है, या आत्म हत्या जांच में संजीवनी से पूछताछ से उठेगा पर्दा

***अंजना ठाकुर की हॉस्टल रूममेट थी संजीवनी 

 ***घटनाक्रम वाली रात को अरोमा नर्सिंग कॉलेज में कौन कौन थे मौजूद ?

अरोमा नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन पर किस नेता का हस्तक्षेप 

 ***अंजना ठाकुर के परिजन बोले एक नेता के प्रभाव में सुंदरनगर पुलिस नहीं कर रही बेटी की हत्या का मामला दर्ज !

 आखिर क्यों ?

 सुभाष ठाकुर*******

सुंदरनगर में स्थिति अरोमा नर्सिंग कॉलेज में सिराज बालीचौकी के गुरान गांव की अंजना ठाकुर (22) भगतराम ठाकुर की पुत्री बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी।

अंजना ठाकुर की हत्या की गई है या फिर आत्म हत्या हुई है परिजन अपनी बेटी की की मृत्यु पर न्याय की मांग पर उतर चुके हैं।

 परिजनों द्वारा अरोमा कॉलेज प्रबंधन पर आशंका जाहिर की है कि होस्टल में उस रात बाहरी लोग कौन – कौन मौजूद थे ? कॉलेज के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज गायब किसने और किसको बचाने के लिए हुई है?

बावजूद सुंदरनगर पुलिस द्वारा मामला अभी तक दर्ज क्यों नहीं किया गया? अंजना ठाकुर ने आत्म हत्या खुद की होती तो फिर हॉस्टल में लगे हुए सीसीटीवी फुटेज गायब क्यों बताई जा रही है ?

 पुलिस भी परिजनों की आशंका से पर्दा हटाने के लिए तुरंत मामला दर्ज कर जांच शुरू करनी चाहिए थी । अंजना ठाकुर के साथ रहने वाली दूसरी लड़की जिसका जिक्र अंजना ठाकुर के परिजनों ने अपनी शिकायत पत्र जो एडीएम तथा पुलिस अधीक्षक को दी हुई है उसमें भी जिक्र कर दिया है।

अंजना ठाकुर की मौत के मामले पर आमजनता का ध्यान भी अंजना ठाकुर की मौत की सच्चाई जानना चाहती है । नेताओं के प्रभाव के आगे क्या ऐसे कॉलेजों में बेटियों की जिंदगियों की जिंदगी सुरक्षित नहीं हो सकती है।

 ऐसा कॉलेजों के मालिकों और कॉलेज प्रबंधन पर तुरंत सख्ती से कार्यवाही कर कॉलेज की मान्यता रद्द कर देनी चाहिए।

  सत्तापक्ष और विपक्ष को मिलकर ऐसे संवेदनशील मामलों पर आगे कर जांच करवाकर दोषियों पर सख्ती से कानूनी प्रक्रिया अमल में लाने का कार्य होना चाहिए था लेकिन विपक्ष भी ऐसे मामलों पर खामोश बनाए हुए हैं लेकिन सत्तापक्ष मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में समोसे किसने खाए सीआईडी जांच कर रिपोर्ट की जानकारी मीडिया को जारी कर देती है लेकिन एक बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई करने वाली बेटी अंजना ठाकुर की हत्या हुई है या हत्या की गई उसका मामला दर्ज करने के लिए भी परिजनों को धरना प्रदर्शन करना पड़ा ।

वहीं विपक्ष सत्ता के समोसे पर राजनीतिक मुद्दा भुनाने में लगा हुआ है लेकिन नेता प्रतिपक्ष अपने ही सिराज की बेटी की मौत पर खामोशी बनाए हुए हैं जबकि परिजनों ने नेता प्रतिपक्ष की खामोशी को लेकर भी जिला प्रशासन के साथ लपेटा हुआ है।

अंजना ठाकुर के परिजनों के साथ सिराज की जनता इकठ्ठा हो कर जिला उपायुक्त तथा पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दे कर जल्द से जल्द मामला मामला दर्ज कर सीबीआई और न्यायधीश से जांच करवाने की मांग की गई है। वहीं जिला प्रशासन के खिलाफ भी परिजनों द्वारा नारेबाजी कर चेताया हुआ है कि मामले की जल्द जांच नहीं हुई तो आने वाले दिनों में उग्र प्रदर्शन की तैयारी भी की जा सकती है।

अंजना ठाकुर की मौत के मामला पर गंभीरता दिखाते हुए कुछ समाज सेवियों द्वारा परिजनों को न्याय दिलाने के लिए मिलकर अपना सहयोग हर तरफ से देने का आश्वासन दिया है , जिसमें सेवा निवृत प्रशासनिक अधिकारी बीआर कोंडल, राजकुमार ठाकुर जो आरएसएस से जुड़े हुए हैं उनकी पूरी टीम इस मामले पर काफी आगे तक अपनी जांच से कुछ साक्ष्य जुटाने में कामयाब बता चुके हैं । अंजना ठाकुर के परिजनों द्वारा जब एडीएम को ज्ञापन सौंप रहे थे उस वक्त भी बीआर कोंडल एडीएम को स्पष्ट शब्दों में कह चुके हैं कि मामला दर्ज करें ज्ञापन पर जिसका नाम अंकित किया गया है उन से जांच जब शुरू होगी तो हत्या की कड़ी दर कड़ी पकड़ में आनी शुरू हो जाएगी।

बीआर कोंडल यह भी कह चुके हैं कि फिर भी पुलिस मामले की गहराई तक नहीं पहुंच पाए तो वह पूर्ण सहयोग देने के लिए आगे आयेंगे।

 

बॉक्स :

       *क्या है मामला* 

दिनांक 24/10/2024 को करीब रात्री दो अढाई बजे मेरे साले की पत्नी का फोन आया की अरोमा नर्सिंग कोल्लेज सुंदरनगर जिला मंडी की हॉस्टल वार्डन कुसुम ठाकुर का फोन आया था सूचना दी, जो कह रही थी मेरी पुत्री अंजना ठाकुर आयु 22 वर्ष समय रात्री 12 बजे रात्रि के करीब मेरी पुत्री अंजना ठाकुर की हॉस्टल के चौथे मंजिल की बालकनी से गिरने पर घायल हो गई है तथा उसे नेरचौक मेडिकल कोल्लेज ले गए हैं इलाज हेतु जब हम अनहोनी से आशंकित तकरीबन चार साढ़े चार बजे नेरचौक मेडिकल कोल्लेज पहुंचे तो

उसे नेरचौक मेडिकल कोल्लेज से चंडीगढ़ रेफेरकर दिया गया था ।

व मैक्स हॉस्पिटल मोहाली चंडीगढ़ वहां इलाज बेड व वेंटिलेशन पर दिनांक 24 व 25/10/2024 को इलाज उपरान्त उसे जब मैक्स हॉस्पिटल मोहाली चंडीगढ़ के डॉक्टरों ने इलाज में हाथ खड़े कर इलाज आगे न हो पाने की बात कही व उसे लगभग मृत बता दिया पर मृत घोषित न किया व मेरी लड़की अंजना ठाकुर को वैटिलेशन इलाज पर नेरचौक मेडिकल कोल्लेज वापस वेंटीलेटर पर नेरचौक मेडिकल कोल्लेज में हि इलाज करवाने हेतु वापस भेज दिया जहां मेरी लड़की अंजना ठाकुर को वेंटिलेशन इलाज पर नेरचौक मेडिकल कोल्लेज में रखा गया । नेरचौक मेडिकल कोल्लेज में इलाज के दौरान मेरी लड़की अंजना ठाकुर को दिनाक 25-10-2024 को समय करीब 8:00 बजे शाम को नेर चौक मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जिसके उपरान्त उसकी पोस्ट मोर्टम जांच भी की गयी ।

 

जो इस बारे प्रार्थी ने अपने शिकायत पत्र 26.10.2024 के माध्यम से महोदय को यह सूचित किया था कि उसे अपनी पुत्री अंजना ठाकुर की गंभीर चोटों व अप्राकृतिक मृत्यु के मामले में संदेह है व प्राथी की पुत्री, अंजना ठाकुर, को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के बाद चौथी मंजिल से धक्का देकर गिराया गया है। जो अब मुझे संदेह है, क्योंकि मेरी पुत्री के हॉस्टल की चौथी मंजिल से गिरने / गिराने मे उसकी रूम मेट व अन्य व्यक्तियों का हाथ है जो उसके गंभीर चोटिल होने से पूर्व उसके साथ थे व जिनकी लोकेशन अरोमा नर्सिंग कोल्लेज सुंदरनगर जिला मंडी की है। इसमें मेरी पुत्री की रूममेट का नाम भी शामिल है जिसका नाम शायद संजीवनी है। यह की संजीवनी मेरी पुत्री की रूम मेट उसे पूर्ण ज्ञान है व उस संजीवनी की अन्य सहेलियां जो पहले से अरोमा नर्सिंग हॉस्टल में रह रही थी उन्हें इस बारे ज्ञात है कि कौन व्यक्ति कौन- लड़के और अवांछित व्यक्ति जो उस रात्री के समय हॉस्टल में मौजूद न हो सकते थे वे वहां, उस हॉस्टल में मौजूद थे वे उस दिन वाकया वाली रात और

वे उस दिन अरोमा नर्सिंग हॉस्टल में भी मौजूद थे इस बात की पुष्टि के लिए अन्य लोग भी मौका वारदात पर उसी रात हॉस्टल के अंदर मौजूद थे इस की जांच के लिए हॉस्टल के अंदर मौजूद सभी व्यक्तियों के मोबाइल फोन की लोकेशन की जांच करना अत्यंत आवश्यक है। साथ ही अरोमा नर्सिंग हॉस्टल के सीसीटीवी कैमरा काम न करने की झूठी बात अरोमा नर्सिंग हॉस्टल के प्रशासन द्वारा बनाई जा रही है। व इस बारे में सीसीटीवी कैमरा सीसीटीवी कैमरा व सीसीटीवी कैमरा की हार्ड डिस्क जिससे छेड़छाड़ की गयी है, ऐसा प्रार्थी को संदेह है व प्राथी की पुत्री की मृत्यु वाली रात के फुटेज को मिटाया गया है अरोमा नर्सिंग कोल्लेज सुंदरनगर जिला मंडी के प्रशासन व हॉस्टल वार्डन द्वारा व उस फूटेज को इलेक्ट्रॉनिक जांच में रिकवर करके प्रार्थी की पुत्री की मृत्यु की सघन जांच की जाए। तथा प्रार्थी की पुत्री अंजना प्रार्थी की पुत्री अंजना ठाकुर की रूममेट संजीवनी के अलावा मौजूद सभी व्यक्तियों की फोन जांच भी की जाए । क्योंकि प्रार्थी की पुत्री किसी भी प्रकार से नशे की आदि न थी वह उसको जबरदस्ती नशा करवा कर हॉस्टल के बाहरी व्यक्तियों द्वारा जिनका नाम प्रार्थी को पता ना है उनके द्वारा प्रार्थी की पुत्री अंजना ठाकुर प्रार्थी की रूममेट संजीवनी जिसका नाम बताया जा रहा है

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