अमर ज्वाला //केलांग
केलांग, 16 नवम्बर। लाहौल-स्पिति में राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर जिला स्तरीय कार्यक्रम एसडीएम केलांग रजनीश शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान भारतीय प्रेस परिषद द्वारा इस वर्ष चर्चा के लिए दिए गए विषय मीडिया का बदलता स्वरूप पर विस्तार से कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकारों ने अपने विचार सांझा किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एसडीएम केलांग रजनीश शर्मा ने कहा कि बदलाव प्रकृति का नियम है और समय के साथ मीडिया में भी बदलाव आया है। आजादी से पहले मीडिया का स्वरूप उपनिवेश के खिलाफ था। आजादी के बाद राष्ट्रीयता की भावना से मीडिया कार्य करता है। उन्होंने कहा कि 1990 के उदारीकरण दौर में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में काफी विस्तार आता है।
उन्होंने कहा कि मीडिया में सबसे अधिक बदलाव डिजिटल क्रांति के बाद देखने को मिला है। जब से इंटनेट की पहुंच हर व्यक्ति तक हुई है,े प्रिंट और इलैक्ट्रानिक मीडिया के मुकाबले किसी भी विषय में राय बनाने में सोशल मीडिया ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। लेकिन इससे गलत सूचनाओं के फैलने की चुनौतियां भी हमारे सामने आई है। मीडिया का व्यवसायिकरण होना भी वर्तमान समय मंे एक बड़ा मुद्दा बन गया है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में जिम्मेदार और स्वतंत्र मीडिया वर्तमान बहुत जरूरी है, ताकि सही सूचनाएं लोगों को मिलें और उसी अनुसार लोग अपनी राय बनाएं।
उन्होंने कहा कि मीडिया को प्रजातंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है और अगर यह चौथा स्तंभ मजबूत नहीं होगा तो प्रजातंत्र की इमारत गिरने लगेगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पत्रकार ही नहीं आम नागरिक भी खबरें बना रहे हैं। उन्हें किस तरह से नियंत्रित कर सकते हैं उसके बारे में भी सोचने की आवश्यकता है
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