लाहौल स्पीति आतमा परियोजना का आगामी वित्त वर्ष के लिए 103 लाख रुपये का एक्शन प्लान पारित- उपायुक्त राहुल कुमार

 

किसानों को भ्रमण पर ले जाते समय महिला किसानों को भी दें वरियता केलांग, 15 फरवरी 2025…..जनजातीय जिला लाहौल स्पीति की कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण (आतमा) की गर्वनिंग बॉडी की तृतीय तिमाही बैठक का आयोजन उपायुक्त कार्यालय के सभागार में किया गया जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त राहुल कुमार ने की।

इस अवसर पर उन्होंने बताया कि आतमा कृषि विभाग का अभिन्न अंग है और विषम परिस्थितियों के बावजूद किसानों के उत्थान व कृषि प्रसार की दिशा में निरंतर प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि आतमा परियोजना के द्वारा जिला के किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्सिाहित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती के अनेक फायदे हैं इसमंे कृषि लागत कम है और जमीन पर रसायनों का दुषप्रभाव कम होता है उत्पादांे की पौष्टिकता भी अच्छी होती है और उपभोक्ताओं को रसायन मुक्त उत्पाद प्राप्त होने सहित र्प्यावरण सरंक्षण को भी बल मिलता है। उन्होंने बताया कि जिला में इस वर्ष प्रत्येक पंचायत से 12 किसानों को प्राकृतिक खेती से जोड़ा गया और 540 किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रमाणित करने सहित अभी तक जिला के 1385 किसानों को प्रमाणित किया जा चुका है तथा जिला की 285.9 हैैक्टर भूमि को प्राकृतिक खेती के अर्न्तगत लाया गया है। उन्होंने बताया कि जिला में कृषि प्रसार के लिए 65 लाख 48 हजार रुपये का प्रावधान किया गया है और प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत लाहौल ब्लाक के लिए 40 लाख और स्पीति ब्लाक के लिए 20 लाख रुपये के बजट का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती से संबंधित विभिन्न गतिविधियों पर चालू वित्त वर्ष में 50 लाख रुपये सहित आतमा जिला लाहौल स्पीति द्वारा लगभग 100 लाख रुपये व्यय किए जा चुके हैं।

बैठक में पिछले वर्ष में निर्धारित किए गए लक्ष्यों की प्राप्ति की पर चर्चा की गई, जिस पर उपायुक्त ने संतोष व्यक्त किया और आगामी वित वर्ष 2025-26 के लिए जिला में आतमा परियोजना के तहत कृषि के प्रचार प्रसार व किसानों के प्रशिक्षण भ्रमण, फसल प्रदर्शन व फार्म स्कूल, कृषि उपकरणों पर उपदान सहित अन्य मदों के लिए 103 लाख रुपये का एक्शन प्लान पारित किया गया, जिसे विभाग द्वारा राज्य परियोजना निदेशक, शिमला को भेजा जाएगा । उपायुक्त ने विभाग को निर्देश दिए कि प्राकृतिक खेती के तहत उत्पादित विभिन्न कृषि उत्पादों की विक्री उपायुक्त कार्यालय परिसर में भी करें ताकि लोगों को अच्छे मूल्य पर रसायन मुक्त कृषि उत्पाद प्राप्त हों सके और किसानों को अपने उत्पाद के मार्किट भी प्राप्त हो सकें।

आतमा परियोजना की परियोजना उपनिदेशक वर्षा गुप्ता ने बताया कि प्राकृतिक खेती अपना रहे किसानों की मदद के लिए कृषि विभाग निरंतर प्रयास कर रहा है और चालू वित्त वर्ष में प्राकृतिक खेती के घटक बनाने के लिए 105 किसानों को 204 प्लास्टिक के ड्रमों व प्राकृतिक खेती का प्रमुख आधार देशी गाय की खरीद पर 11 किसानों को प्रति किसान 25 हजार अनुदान, 309 किसानों को साइकिल हल खरीद पर 50 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि खेती की विभिन्न नई तकनीकों से अवगत करवाने के लिए 14 प्रशिक्षण शिविर आयोजित किये गए जिनमें 277 किसानों ने भाग लिया और 50 किसानों को भ्रमण पर ले जाया गया। उपायुक्त ने कृषि विभाग को निर्देश दिए कि किसानों को भ्रमण पर ले जाते समय महिला किसानों को भी वरियता दें तथा भ्रमण के दौरान किसानों ने क्या-क्या सीखा इसकी जानकारी प्राप्त कर एक विस्तृत रिर्पोट अगली बैठक में प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।

बैठक में जिला किसान सलाहकार समिति के अध्यक्ष अनिल सहगल, उपनिदेशक बागवानी मीनाक्षी शर्मा व कृषि विभाग के अधिकारी व प्राकृतिक खेती कर रहे प्रगतिशील किसान राम लाल, तेंनजिन उपस्थित

रहे।

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