सुभाष ठाकुर*******
द्रंग विधानसभा क्षेत्र की दुर्गम चौहार घाटी की रोपा पंचायत के आखिरी गांव द्रुण तक हिमाचल प्रदेश परिवहन निगम (HRTC) बस को नियमित चलाने के लिए पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने पंचायत के लोगों की मांग को पूरा कर बस को रोपा से आगे भी नियमित शुरू करने के लिए परिवहन निगम के अधिकारियों को अवगत करवा दिया है।
पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने कहा कि चौहार घाटी की रोपा पंचायत के रोपा गांव तक पिछले एक दशक से एचआरटीसी तथा निजी बसों को सुचारु रूप से चलाया हुआ है लेकिन अब स्थानीय पंचायत की मांग बार बार पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह को आ रही थी कि बस को रोपा गांव से आगे दारुण , छूछल , शगनाल और द्रुण गांव के लिए बस लगाई जाए ।
पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने रोपा से आगे बस का उद्घाटन यूं तो वर्ष 2017 में कर दिया था लेकिन जिस दिन रोपा से द्रुण गांव के लिए बस का उद्घाटन किया गया था उसी दिन विधानसभा चुनावों का बिगुल बज जाने से बस को चुनावी आचार संहिता के लागू होने के कारण शुरू नहीं की गई।
द्रंग की जनता ने चुनावों में दो बार बीजेपी के विधायकों को पेंशन लगाने के लिए चुना हुआ है जिसका खामियाजा द्रंग ही नहीं बल्कि समूचा प्रदेश की जनता को भुक्तान पड़ रहा है।
पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह को बीजेपी ने ही नहीं बल्कि कांग्रेस के कई लोगों ने अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता को हरा कर क्षेत्र के विकास को लगाम लगाई हुई है वहीं सरकारी क्षेत्र मिलने वाले नौकरियों तथा रोजगार से भी सभी को बेरोजगार बनाने का उन्होंने कार्य कर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का परिचय दिया है।
हिमाचल बीजेपी ने द्रंग से एक के बाद एक कांग्रेस के तीन नेताओं को बीजेपी का टिकेट दे कर पार्टी का उमीदवार बनाया हुआ है।
बीजेपी ने 1998 में रमेश शर्मा , 2017में जवाहर ठाकुर , 2022 में पूर्ण ठाकुर को टिकेट दे कर द्रंग में बीजेपी नाम के समर्थकों के कंधों पर कांग्रेसी नेताओं ने राज करने की नब्ज पड़ी हुई है। जबकि यह तीनों ठाकुर कौल सिंह के वफादार समर्थक रह चुके हैं। द्रंग भाजपा की खासियत यह कि उन्हें क्षेत्र के विकास तथा बेरोजगारों को रोजगार की कोई चिंता नहीं बल्कि उन्हें सिर्फ अपने नेता को चुन कर पेंशन लगानी होती है।
द्रंग में बीजेपी का विधायक होते हुए पिछले दो वर्षों से विकास ठप इस लिए पड़ा हुआ है क्योंकि द्रंग की जनता ने विधायक को विकास के लिए नहीं बल्कि पेंशन के लिए चुना हुआ है।
विकास तो फिर भी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह को ही करवाना पड़ रहा है। यही कारण है कि चौहार घाटी की रोपा पंचायत के रोपा गांव से आगे बस को नियमित चलाने के लिए ग्राम पंचायत की प्रधान शिल्मा देवी को पत्र लिख कर सूचित किया जा रहा है।
पूर्व मंत्री ने चौहार घाटी की सभी पंचायतों को सड़क ,स्वास्थ्य, शिक्षा,विद्युत,पेय जल , कृषि बागवानी , सस्ते राशन के डिपो इत्यादि की मूलभूत सुविधाओं को वर्ष 2017 से पहले ही कर दिया हुआ है।
द्रंग की जनता ही नहीं बल्कि जिला मंडी को एहसास हो चुका है कि पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह के हारने से किसे क्या नुकसान हुआ है। कांग्रेस के कई नेता गुटबाजी की आड़ में मंडी शहर में पूर्व मंत्री की काट में लगे रहते थे ,उनकी राजनीति की हकीकत तब सामने आई जब हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की व्यवस्था परिवर्तन की सरकार के ढाई वर्षों के कार्यकाल में वह सभी हाशिए पर रखे हुए हैं।