- सुभाष ठाकुर*******
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की दसवीं परीक्षा में संस्कृत के दो प्रश्नों के उतर के विकल्प ही छात्रों के प्रश्न पत्रों में दर्शाए हुए पाए गए हैं।
जिसकी जानकारी संस्कृत अध्यापक द्वारा भी माना है कि सच में दसवीं की बोर्ड की परीक्षा के सो प्रश्नों के विकल्प उतर में गलत विकल्प दृश्य गए हैं।
दसवीं के बोर्ड परीक्षा के संस्कृत पेपर में सवाल संख्या 3. दुर्बले सुते अंधिका कृपा भवति ।
विकल्प दिए गए हैं
(a) पितुः
(b) भातुः
(c) भगवतः
(d) इन्द्रस्य
और प्रश्न सांख्य दस
10. त्वं किं कर्तुम् इच्छसि ?
(a) कर् + तुम्
(b) कृ + तुम्
(c) कृी + तुमुन्
(d) कृ + तुमन्
जब कि इन दोनों प्रश्नों के उतर यह हैं।
प्रश्न नंबर तीन का सही उत्तर होगा (b) मातुः
प्रश्न नंबर 10 का सही उत्तर होगा (d) कृ + तुमुन्
स्कूल शिक्षा बोर्ड को दसवीं के छात्रों को ग्रेस मार्क्स देने होंगे।
बोर्ड की परीक्षाओं के पेपरों में इस तरह की गलतियों से साफ झलकता है कि शिक्षा विभाग के आलाधिकारियों द्वारा परीक्षा के पेपरों को वरिष्ठ और अनुभवी अध्यापकों द्वारा पेपर सेट नहीं करवाए जाते हैं बल्कि ठेके पर पेपर सेट करवाया जाता हैं ।
बोर्ड की परीक्षाओं के पेपरों को सेट करने से पहले उसे बार बार त्रुटियों का सुधार पर परीक्षाओं के लिए तैयार करना चाहिए। ताकि किसी छात्र और छात्राओं की परीक्षाओं के दौरान उसका गलत प्रभाव विद्यार्थियों और विभाग पर न पड़ सके।