कहा… संस्थान का एक भी हिस्सा मंडी से बाहर नहीं ले जाने दूंगा
अमर ज्वाला// मंडी
भाजपा के पूर्व विधायक ज्वाहर ठाकुर ने सरकार पर हमला बोलते हुए मंडी जिले को लावारिस की तरह छोड़ने का आरोप लगाया , यही नहीं जिले से बीजेपी और कांग्रेस के जितने वालों विधायकों को कॉमा में गए हुए करार भी दिया है।
द्रंग विधानसभा क्षेत्र के कमांद में स्थित आईआईटी के आईटी कॉल्प्लेस को पालमपुर में स्थापित करने के मामले पर प्रदेश सरकार और आईआईटी निर्देशक के साथ साथ मंडी जिले के जीते हुए विधायकों आगाह करते हुए कहा कि मंडी आईआईटी के किसी भी विभाग को मंडी से बाहर नहीं ले जाने दिया आएगा।
उन्होंने प्रेस वार्ता में यह भी कहा कि वह एचआरडी मंत्रालय को भी पत्र लिखेंगे।
प्रैस वार्ता के दौरान कहा कि प्रदेश में जितने भी मुख्यमंत्रियों का कार्यकाल रहा है उसमें मंडी जिला का नेतृत्व करने का मौका उन्हें मिला।
लेकिन 2023 के बाद राजनिक दृष्टि के बाद मंडी के विकास को ग्रहण लगा है और आज मंडी की जनता बेसहारा हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने मंडी जिला के लोगों का दुख दर्द और समस्या सभी दलों के नेता समझने में असमर्थ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मंडी जिला के नेता चाहे विकास की बात है तो दो वर्ष के कार्यकाल में मंडी के नेता राजनीतिक डिप्रैशन में चले गए हैं।
या तो कहीं वे कौमा में चले गए हैं।
द्रंग विधानसभा के सब-तहसील कटौला के कमांद में 2009 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खुलने से मंडी जिला पूरे देश में अस्तित्व में आया है और मंडी का मान सम्मान बढ़ा है।
जवाहर ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को क्षेत्रवाद के नाम से बांटने की राजनीति का मैं विरोध करता हूं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल कभी नीचे का हिमाचल, तो कभी शीतकालीन तो कभी ग्रीष्मकालीन। कांगड़ा भी हिमाचल का ही हिस्सा है लेकिन बांटने की राजनीति का मैं विरोध करता हूं। यह बात इस बारे में बहुत जल्दी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को भी पत्र लिखूंगा और यह भी जानकारी चाहता हूं की सरकार की यह सब करने की क्या मंशा है। आई आई टी मेंं कितनी भूमि संस्थान के पास है और कितनी खाली है जवाहर ठाकुर ने किए सारे आंकड़े पेश और आइआइटी निर्देशक और प्रदेश प्रदेश सरकार तथा केंद्रीय मंत्री को यह स्पष्ट कर दिया है कि मंडी आईआईटी से बाहर आईटी कॉम्प्लेक्स को पालमपुर में नहीं लेजाने दंगे।
जवाहर ठाकुर ने कहा कि कटौला के अंतर्गत 2205 बीगा भूमि आईआईटी कमांद के नाम हुई है। उन्होंने कहा कि अभी तक आईआईटी कमांद की भूमि पर निर्माण हुआ है, उसके बावजूद भी बहुत सी भूमि खाली में पड़ी हुई है, जिसमें अबतक कुछ नही बन पाया है। मुहाल बडौन में तकरीबर 14 कि.मी. बनता है सडक़ भी है , 322 भूमी वहां भी सरकारी चरागा और अन्य रूप से है और साथ ही टिहरी में भी तकरीबन 72 बीघा सरकार की खाली भूमि पड़ी है। सब तहसील कटौला में सरकार की 198 बीघा चरागाह व अन्य भूमी है और कालम में 727 बीघा मलकियत और चरागाह और अन्य मिलाकर भूमि उपलब्घ है।
आईआईटी के पास इसी कम्पैक्स भी नवलाय मुहाल में कहारा के पास में तकरीबन 221 बीघा भूमि खाली पड़ी है।
पूर्व विधायक ज्वाहर ठाकुर ने कहा कि आईआईटी मंडी को बांटने की जरूरत नहीं है। प्रदेश में उपर का हिमाचल और नीचे का हिमाचल बांटने का तरीका बहुत ही गलत नजर आ रहा है। आईआईटी हिमाचल का कोई भी हिस्सा मंडी से बाहर नहीं जाना चाहिए। केंद्रीय मंत्री धम्र्रेंद्र प्रधान को चिटठी लिखकर इसबारे में अवगत करवाएंगे और यहां से ले जाने के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। कि मंडी जिले के कमांद में स्थित आईआईटी को किसी भी सूरत में कमजोर नहीं होने देंगे। उनके लिए अगर न्यायलय की लड़ाई भी लड़नी पड़े तो जवाहर ठाकुर ने प्रेस वार्ता में उसका भी जिक्र कर डाला है।