हिमाचल प्रदेश के प्रथम लोक संस्कृति व सहकारिता कैविनेट मंत्री रह चुके शेरे कुल्लू हिमाचल प्रदेश के प्रथम लोक संस्कृति व सहकारिता कैविनेट मंत्री रह चुके शेरे कुल्लू स्व0 लाल चन्द प्रार्थी की 109वीं जंयती के अवसर पर भुट्टिको में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री एंव भुट्टिको के अध्यक्ष ठाकुर सत्य प्रकाश ने प्रार्थी जी के सानिध्य में गुजारे दिनों को स्मरण करते हुए कहा क् िप्रार्थी जी के भीतर समाज़ के हर वर्ग को अपना बनाने की अदभुत कला थी।
वे क्षेत्र के संतुलित विकास के हिमायती थे, जिस कारण ही उनकी ख्याति प्रदेश के अग्रणी राजनितिज्ञों के रूप में आज़ भी दर्ज़ है। वे डा0 परमार की सरकार में हिमाचल प्रदेश मंत्री मंडल में दूसरे वरिष्ठ कैविनेट मंत्री रहें हैं, प्रार्थी जी कुल्लू जिला ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में एक दूरदर्शी जनसेवक के रूप में याद किए जाते हैं लोक कला, संस्कृति और पहाड़ी सभ्यता के लिए उनके योगदान को आज पूरा प्रदेश याद करता है। जन सेवक के रूप में कुल्लू मनाली के विकास की पराकाष्ठा कलाकेन्द्र, अस्पताल, कॉलेज निर्माण, और पर्यटन विकास आदि के रूप में आज हम सब के सामने है। समाज के लिए अंग्रेजों की वैगार प्रथा को समाप्त करने में आज़ादी से पूर्व उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है। कुल्लू में हिमाचल प्रदेश का सवसे वडा खुला लोक सांस्कृतिक मंच (लाल चंद प्रार्थी कला केन्द्र) एक अनूठा उदाहरण है। यह मंच आज कुल्लू ही नही अपितु पूरे प्रदेश की शान है। कुल्लू के पांरम्परिक परिधानों को उन्होनें हमेशा तरजीह दी है। भुट्टिको की ओर से स्व0 लाल चन्द प्रार्थी जी की स्मृति में प्रतिवर्ष पहाड़ी भाषा कला संस्कृति-सभ्यता राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया जाता है तथा इन्हीं की याद में एक भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया जाता है। इस अवसर पर भुट्टिको के कलाकारों ने प्रार्थी जी पर लिखित गीत की प्रस्तुति से कार्यक्रम में चार चांद लगायें।
इस अवसर पर भुट्टिको उपाध्यक्ष रोहित ठाकुर, निदेशक मडण्ल के सदस्य निर्मला देवी, ईन्द्रा देवी, कलावती, आत्मा राम, टिकम राम मुख्य महाप्रबन्धक विजय ठाकुर मुख्य सलाहकार रमेश ठाकुर, महाप्रबंन्धक किशन चन्द, सूरती देवी, अनूज ठाकुर, दिनेश ठाकुर, वीना देवी, ओम प्रकाश , रोशन नेगी, शशी ठाकुर , शकुन्तला देवी, सुनील ठाकुर, गौरव ठाकुर, प्रेम सिंह, लेखराज, मनीष चांद किशोर आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।गया। इस अवसर पर पूर्व मंत्री एंव भुट्टिको के अध्यक्ष ठाकुर सत्य प्रकाश ने प्रार्थी जी के सानिध्य में गुजारे दिनों को स्मरण करते हुए कहा क् िप्रार्थी जी के भीतर समाज़ के हर वर्ग को अपना बनाने की अदभुत कला थी। वे क्षेत्र के संतुलित विकास के हिमायती थे, जिस कारण ही उनकी ख्याति प्रदेश के अग्रणी राजनितिज्ञों के रूप में आज़ भी दर्ज़ है। वे डा0 परमार की सरकार में हिमाचल प्रदेश मंत्री मंडल में दूसरे वरिष्ठ कैविनेट मंत्री रहें हैं, प्रार्थी जी कुल्लू जिला ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में एक दूरदर्शी जनसेवक के रूप में याद किए जाते हैं लोक कला, संस्कृति और पहाड़ी सभ्यता के लिए उनके योगदान को आज पूरा प्रदेश याद करता है। जन सेवक के रूप में कुल्लू मनाली के विकास की पराकाष्ठा कलाकेन्द्र, अस्पताल, कॉलेज निर्माण, और पर्यटन विकास आदि के रूप में आज हम सब के सामने है। समाज के लिए अंग्रेजों की वैगार प्रथा को समाप्त करने में आज़ादी से पूर्व उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है। कुल्लू में हिमाचल प्रदेश का सवसे वडा खुला लोक सांस्कृतिक मंच (लाल चंद प्रार्थी कला केन्द्र) एक अनूठा उदाहरण है। यह मंच आज कुल्लू ही नही अपितु पूरे प्रदेश की शान है। कुल्लू के पांरम्परिक परिधानों को उन्होनें हमेशा तरजीह दी है। भुट्टिको की ओर से स्व0 लाल चन्द प्रार्थी जी की स्मृति में प्रतिवर्ष पहाड़ी भाषा कला संस्कृति-सभ्यता राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया जाता है तथा इन्हीं की याद में एक भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया जाता है। इस अवसर पर भुट्टिको के कलाकारों ने प्रार्थी जी पर लिखित गीत की प्रस्तुति से कार्यक्रम में चार चांद लगायें।
इस अवसर पर भुट्टिको उपाध्यक्ष रोहित ठाकुर, निदेशक मडण्ल के सदस्य निर्मला देवी, ईन्द्रा देवी, कलावती, आत्मा राम, टिकम राम मुख्य महाप्रबन्धक विजय ठाकुर मुख्य सलाहकार रमेश ठाकुर, महाप्रबंन्धक किशन चन्द, सूरती देवी, अनूज ठाकुर, दिनेश ठाकुर, वीना देवी, ओम प्रकाश , रोशन नेगी, शशी ठाकुर , शकुन्तला देवी, सुनील ठाकुर, गौरव ठाकुर, प्रेम सिंह, लेखराज, मनीष चांद किशोर आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।