झौट स्कूल के अध्यापकों की कोशिशें ला रही रंग..
पिता करते हैं मजदूरी,फिर भी बेटी की शिक्षा है जरूरी
अमर ज्वाला //वर्मा पण्डोह
‘कोशिश करने वाले की कभी हार नहीं होती’ इस कहावत को राजकीय उच्च पाठशाला झौट की कक्षा नवमी की छात्रा भानु प्रिया ने सच साबित कर दिया। जी हां इस छात्र ने वर्ष 2024 में राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT ) सोलन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय साधन सह – योग्यता छात्रवृत्ति योजना (NMMS) परीक्षा उत्तीर्ण करते हुए अपना और अपने स्कूल का नाम रोशन किया है। समुचे पडोह क्षेत्र में बेटी हो तो भानू प्रिया जैसी ,चर्चा आम हो रही है। उत्तीर्ण होने से इस निर्धन छात्रा को कक्षा नौवीं से कक्षा 12वीं कक्षा तक प्रतिवर्ष 12000/- की राशि बतौरु स्कॉलरशिप मिलती रहेगी। जिससे यह निर्धन छात्रा भी अपने सहपाठियों के साथ अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेगी। बता दें कि इस स्कॉलरशिप की शुरुआत वर्ष 2008 में निर्धन बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। भानू प्रिया जैसे हजारों निर्धन बच्चों को इस योजना से शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिल रहा है। भानू प्रिया ने अपनी इस सफलता का श्रेय स्कूल के अध्यापकों और अपने माता-पिता को दिया तथा कहा कि उनके पिता हेत राम मेहनत मजदूरी करते हैं। हम दो भाई बहन हैं। हमारी पढ़ाई में किसी तरह की कोई कमी आने नहीं देते हैं। हेत राम ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि हम कुछ भी करेंगे बेटी को जरूर पढ़ाएंगे। यह एक बड़ा संदेश है। उन्होंने कहा कि स्कूल के शिक्षकों की लग्न और परिश्रम से ही मेरे बेटी को यह सफलता मिलेगी है। जबकि पिछ्ले वर्ष इसी स्कूल के दो बच्चों ने यह स्कालरशिप प्राप्त की है।मुख्याध्यापक सोमदत्त शर्मा ने छात्रा की सफलता पर खुशी व्यक्त की तथा उन्हें उसके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।