ऑपरेशन सिंदूर और तत्काल युद्ध विराम से भारत ने अपनी राजनीतिक व कूटनीतिक दूरदर्शिता का दिया परिचय : ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए 27 नागरिकों के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। इस ऑपरेशन में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया था ।

पाकिस्तान ने जबाव देने की कोशिश क्या कि भारत ने पाकिस्तान के कई क्षेत्रों पर वायु सेना, थल सेना तथा जल सेना के हमलों से पाकिस्तान घबरा गया और पाकिस्तान को अपने अस्तित्व मिटने का खतरा मंडराने लगा ।

भारत और पाकिस्तान के तनाव को देखते हुए पूरी दुनिया की नजरें बनी हुई थी कि अमेरिका और चीन भी पूरी नजरें बनाए हुए थे।

भारत और पाकिस्तान के युद्ध जैसे माहौल के बीच में पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने भारत के सेना प्रमुख को फोन कर पहल करते हुए दोनों देशों के सेना प्रमुखों दर युद्ध विराम का ऐलान कर दिया।

भारत के लोगों में युद्ध विराम की खबर आते ही अचानक मानने को तैयार ही नहीं थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रक्षा मंत्री तथा तीनों सेना के प्रमुखों से मीटिंग कर आगामी रणनीति बनाते हुए निर्णय लिया और पाकिस्तान ही नहीं बल्कि दुनिया को बताया कि वह आतंकवाद के खात्मे के लिए किसी भी सीमा को पार करने के लिए देश की सेना सक्षम है।

ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर, युद्ध सेवा मेडल, अध्यक्ष, पूर्व सैनिक लीग, जिला मंडी, कार्यकारीणी, संपूर्ण पूर्व सैनिक समाज, डिफेंस वूमेन वेलफेयर एसोसिएशन, वीर नारियां,पूर्व सैनिक व सेवारत सैनिकों के परिवार, उग्रवाद की फैक्ट्री पाकिस्तान को ताउम्र, ना भूल सकने वाला सबक, सिखाने के लिए भारत की सशस्त्र सेनाओं का, तहे-दिल से धन्यवाद व्यक्त करते हैं तथा उनका हिस्सा होने पर हम गर्व का अनुभव महसूस करते हैं ।

“ऑपरेशन सिंदूर” के द्वारा न सिर्फ भारत ने पाकिस्तान को ही सबक सिखाया है बल्कि पूरी दुनिया को यह भी जताया है कि भारत इंसानियत, अपने नागरिकों, संस्कृति/संस्कारों और सीमाओं की रक्षा के लिए कहां तक जा सकता है ।

ऑपरेशन सिंदूर और तत्काल युद्ध विराम के जरिए, भारत ने पूरी दुनिया को न सिर्फ अपनी राजनीतिक वह कूटनीतिक दूरदर्शिता का परिचय दिया है, बल्कि विश्व को यह भी जता दिया है कि हमारी सशस्त्र सेनाएं भारत के आर्थिक विकास व विश्वगुरु के सपने की रक्षा व साकार करने के लिए समर्थ हैं ।
कार्यकारिणी के द्वारा सभी पूर्व सैनिकों को, यह निर्देश दिए हैं कि हमारी अत्यंत पराक्रमी सशस्त्र सेनाएं, जहां अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह बहुत ही दक्षता के साथ कर रही हैं हमें भी एक अनुशासित नागरिक/पूर्वसैनिक के रूप में देश की उम्मीदों पर खरे उतरने और अपनी जिम्मेदारीयों को और भी अधिक प्रभावी रूप से निभाने की आवश्यकता है । इस वक्त जब राष्ट्र को हम सैनिकों की सबसे ज्यादा जरूरत है, हम एकजुट रहें, लीग के साथ जुड़कर, अपने सैनिक कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करें, असामाजिक व देशद्रोही तत्वों पर पैनी नजर रखें व अपने आसपास के समाज के अन्य नागरिकों को भी जागरूक करें ।
पाकिस्तान के लगभग, पूरे एयर डिफेंस सिस्टम को तहस-नहस करने, कई शहरों के मिलिट्री एस्टेब्लिशमैटं, फाइटर एयरक्राफ्टस को बर्बाद करने व परमाणु क्षमता को इस्तेमाल न कर पाने पर लाचार कर देना, हमारे लिए गर्व का विषय अवश्य है लेकिन साथ ही यह संदेश लेकर भी आता है कि हमें और अधिक स्तर्क रहना होगा क्योंकि घायल सांप फिर दोबारा वार करने की हिम्मत जुटा सकता है ।
हम यह भी जानते हैं कि पाकिस्तान के यह लातों के भूत बातों से नहीं मानते l हम सब पूर्व सैनिक, एकमत व सर्व सहमति से यह यकीन दिलाना चाहते हैं कि भविष्य में भी भारत सरकार और सशस्त्र सेनाओं द्वारा, उठाए जाने वाले किसी भी कदम के लिए, सरकार व सशस्त्र सेनाओं के साथ खड़े हैं और यह यकीन दिलाते हैं कि हम अपनी आखिरी सांस तक भारत माता की रक्षा के लिए तन-मन-धन से लड़ने के लिए तैयार है।

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