सुभाष ठाकुर*******
मंडी शहर का पड्डल मैदान, जो हर साल करोड़ों की कमाई करता है, आज भी दयनीय हालात में है। मैदान की साफ-सफाई और रखरखाव की कमी ने शहरवासियों को परेशान कर रखा है। खेल विभाग की लापरवाही और जिला प्रशासन की उदासीनता ने मैदान को एक गंदगी का अड्डा बना दिया है।
मैदान में खेलने वाले खिलाड़ियों को अक्सर मिट्टी और पत्थरों से भरे मैदान में चोट लग जाती है। इसके अलावा, मैदान के चारों तरफ झाड़ियां और घास उग आई है, जो शहरवासियों के लिए एक बड़ा खतरा है। लाखों रुपये की जिम की मशीनें भी घास और गंदगी में धूल खा रही हैं।
खेल विभाग की लापरवाही और जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण मैदान की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। शहरवासी व्यायाम करने के लिए मजबूर हैं, लेकिन मैदान की गंदगी और अव्यवस्था ने उनकी सेहत के साथ खिलवाड़ करना शुरू कर दिया है।
इस मामले में खेल विभाग और जिला प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। मैदान की साफ-सफाई और रखरखाव के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। शहरवासियों की सेहत और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
यह समय है जब खेल विभाग और जिला प्रशासन को अपनी जिम्मेदारी को समझना चाहिए और मैदान की स्थिति में सुधार करने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए। शहरवासियों की सेहत और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है।