डीडीएमए द्वारा जिला के विभिन्न एनजीओ के लिए आपदा प्रबंधन पर आधारित कार्यशाला आयोजित
अमर ज्वाला // केलांग
केलांग, 7 जुलाई 2025….जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लाहौल-स्पीति द्वारा आज उपायुक्त कार्यालय केलांग के सभागार कक्ष में गैर-सरकारी संगठनों और सामुदायिक आधारित संगठनों के लिए एक दिवसीय मिटिंग-कम-ट्रेनिंग एवं ओरिएंटेशन वर्कशॉप का सफल आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता उपायुक्त एवं डीडीएमए अध्यक्षा किरण भड़ाना ने की। इस अवसर पर जिले भर से विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं, स्थानीय संगठनों और सरकारी अधिकारियों की सहभागिता रही। कार्यशाला का उद्देश्य आपदा की स्थिति में विभिन्न संगठनों के बीच समन्वय को सुदृढ़ बनाना, आपदा प्रबंधन रणनीतियों की जानकारी प्रदान करना तथा सामूहिक प्रतिक्रिया तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाना रहा।
उपायुक्त ने अपने संबोधन में कहा कि लाहौल-स्पीति जैसे दुर्गम और संवेदनशील क्षेत्र में स्थानीय संस्थाओं की भूमिका आपदा प्रबंधन में अत्यंत महत्वपूर्ण है। इनके पास न केवल स्थानीय संसाधनों की जानकारी होती है, बल्कि सामुदायिक जुड़ाव और त्वरित कार्रवाई की क्षमता भी होती है। ऐसे में एनजीओ और सीबीओ का प्रभावी प्रशिक्षण और उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ना समय की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि डीडीएमए की यह पहल न केवल स्थानीय संगठनों की क्षमता निर्माण की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, बल्कि जिले की आपदा तैयारी को सशक्त एवं समन्वित भी बनाती है। इस तरह की कार्यशालाएं भविष्य में भी आयोजित की जाएंगी ताकि जन सहभागिता के साथ एक प्रभावी आपदा प्रबंधन ढांचा तैयार किया जा सके।
उन्होंने कार्याशाला में उपस्थित सभी एनजीओ से आपदा के दौरान उनके द्वारा किए जाने बाले कार्यो के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की और मानवता की सेवा के लिए उनके द्वारा किए जा रहे कार्यो के लिए सराहना भी की। उन्होंने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को निर्देश दिए कि प्रत्येक एनजीओ के द्वारा किये जाने बाले कार्यो तथा क्षेत्रों को सूचीबद्ध करके सूचना पट पर प्रदशित करें और ई-डिस्टिक प्रबंधक को उक्त सूची को सोशल मीडिया में प्रदर्शित करने के निर्देश दिए।
कार्यशाला में डूअरज एनजीओ से परामर्शदाता अनुराधा भारद्वाज ने मुख्य बिंदुओं जिनमें हिमस्खलन, अनाचक आई बाढ़, डिस्ट्रिक्ट इंटर एजेंसी ग्रुप के गठन की प्रक्रिया, आपदा पूर्व तैयारी एवं आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रोटोकॉल, सरकारी एजेंसियों और एनजीओ के बीच सहयोग तंत्र, राहत एवं पुनर्वास कार्यों की योजना और संयुक्त कार्यान्वयन, समुदाय आधारित आपदा जोखिम न्यूनीकरण के उपायों के बारे में प्रतिभागियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया और संभावित सुधारों पर भी चर्चा की गई।
इस अवसर पर डिस्ट्रिक्ट इंटर एजेंसी ग्रुप का गठन किया गया जिसमें रिग्जिन सेमफल हायरपा को संयोजक, शेर सिंह याम्बा को निदेशक, बीरबल चंद को सचिव, सुशील को उप संयोजक के चुना गया।
इस अवसर पर उपमण्ड़लधिकारी (ना.) एवं नोड़ल अधिकारी डीडीएमए आकांक्षा शर्मा, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण समन्वयक डीडीएमए नितिन कुमार, पर्यावेक्षक पूनम बोध सहित जिला के विभिन्न क्षेत्रों के एनजीओ के प्रतिनिधि और सदस्य उपस्थित
रहे।