अमर ज्वाला//शिमला
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने आज हिमाचल प्रदेश डेंटल कॉलेज, शिमला की रोगी कल्याण समिति की बैठक की अध्यक्षता की। मंत्री ने पिछले तीन वित्तीय वर्षों की उपलब्धियों और प्रदर्शन की समीक्षा की।
रोगी कल्याण समिति ने संस्थान में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भारी कमी को देखते हुए बैठक में आग्रह किया कि आउटसोर्सिंग के माध्यम से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती को स्वीकृति प्रदान की जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। ग्रामीण एवं दूर-दराज़ क्षेत्रों में नई तकनीक एवं उपकरणों के उपयोग से स्वास्थ्य सुविधाओं में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए 200 चिकित्सकों और 400 नर्सों के पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हाल ही में आयोजित कैबिनेट बैठक में 9 ज़िलों में आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में 28 डायलिसिस केंद्र स्थापित करने की स्वीकृति भी प्रदान की गई ताकि लोगों को उनके घर के समीप बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हो सके।
मंत्री ने दंत सेवाओं को सुव्यवस्थित करने पर भी विशेष बल दिया।
इस अवसर पर विधायक हरीश जनारथा, स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी, विशेष सचिव स्वास्थ्य अश्विनी शर्मा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान डॉ. राकेश शर्मा, निदेशक दंत स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. सतीश चौधरी, हिमाचल प्रदेश गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज एवं अस्पताल की प्राचार्य डॉ. आशु गुप्ता तथा रोगी कल्याण समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।