अमर ज्वाला //नई दिल्ली
पर्यटन न केवल हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देता है, बल्कि यह हमारी संस्कृति को दुनिया तक पहुंचाने का माध्यम भी है। इस विश्व पर्यटन दिवस पर, आइए जानते हैं कि कैसे पर्यटन और सतत परिवर्तन एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।
पर्यटन से स्थानीय लोगों को रोज़गार के अवसर मिलते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। इसके अलावा, पर्यटन हमारी संस्कृति और विरासत को संरक्षित करने में भी मदद करता है।
सरकार ने स्वदेश दर्शन 2.0 और प्रसाद जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से सतत और सांस्कृतिक अखंडता को बढ़ावा देने का प्रयास किया है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य पर्यटन को एक जिम्मेदार और सतत तरीके से विकसित करना है।
आगे बढ़ते हुए, हमें पर्यटन को सतत विकास के साथ जोड़ने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए हमें स्थानीय समुदायों को समर्थन देने और राजकोषीय सुधारों को लागू करने की आवश्यकता है।
पर्यटन एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जो हमारी अर्थव्यवस्था और संस्कृति को बढ़ावा देता है। इस विश्व पर्यटन दिवस पर, आइए हम पर्यटन को सतत और जिम्मेदार तरीके से विकसित करने का संकल्प लें।
