मंडी संसदीय क्षेत्र में बीजेपी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं का गिरा मनोबल , दबी आवाज से निकल रहा पार्टी कार्यकर्ता झंडे डंडे तक किया सीमित
सुभाष ठाकुर*******
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को बीजेपी ने हिमाचल प्रदेश की मंडी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव का उम्मीदवार बनाते ही पार्टी के भीतर कार्यकर्ताओं में दबी आवाज में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर पार्टी नेताओं की जो वर्षों से लोकसभा चुनाव लडने की इच्छा जता चुके थे उन सभी की अनदेखी कर बीजेपी कार्यकर्ताओं को झंडे डंडे तक सीमित कर बीजेपी कार्यकर्ताओं का मनोबल कमजोर होता हुआ देखा जा रहा है।
कंगना रनौत राष्ट्रीय सत्तर पर एक चर्चित अभिनेत्री है , उनके द्वारा दिए हुए कई विवादित बयानों को बीजेपी पार्टी लाईन ने तब मोहर लगाई जब उन्हें मंडी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने भी माना कि 2014 में देश आजाद हुआ ।
भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, सूर्य सेन, राम प्रसाद बिस्मिल, राजेंद्र लाहिड़ी, बटुकेश्वर दत्त, अशफाकउल्ला खां और उधम सिंह जैसे न जाने कितने क्रांतिकारियों ने देश की स्वतंत्रता के लिए जान की परवाह नहीं की. परिणामस्वरूप 15 अगस्त 1947 को देश अंग्रेजी शासन से आजाद हो गया, कंगना रनौत की 2014 की आजादी के आगे क्या इन क्रांतिकारियों के बलिदान को बीजेपी भी भीख की आजादी करार दे चुकी है ?
भर से कंगना के 2014 को मिली आजादी उससे पहले भीख बाकी आजादी वाले बयान देश
विचारधारा से जिन्होंने महाराष्ट्र की तत्कालीन सरकार उद्धव ठाकरे की सरकार से
बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के फिल्मी जगत में घटित तथा कंगना के विवादित बयानों को लेकर सोशल मिडिया में खूब ट्रॉल हो रही है। ट्रॉल होते देख कर बीजेपी आने वाले समय में अपना निर्णय बदल भी सकती है। सोशल मीडिया आज के दौर का सबसे बड़ा सर्वे का एक एहम हिसा बन चुका है ।सोशल मिडिया में हो रही वायरल सामग्री का अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है कि आम जनता सामग्री पर किस बात को लेकर अपना मत रख रहे हैं ।
मंडी संसदीय क्षेत्र से अभी तक कुल मतदाताओं की संख्या 1359457 हैं। मंडी संसदीय क्षेत्र हिमाचल प्रदेश की राजनीति का केंद्र रहा है।
वर्ष 1952 से 2021 तक हुए 19 चुनावों में 13 बार राजपरिवारों के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस का पलड़ा हमेशा भारी रहा है। 19 लोकसभा चुनावों में अभी तक 14 बार कांग्रेस, पांच बार भाजपा और एक बार जनता पार्टी के प्रत्याशी की जीत हुई है।
वीरभद्र सिंह, पंडित सुखराम, महेश्वर सिंह और प्रतिभा सिंह ने तीन-तीन बार यहां से लोकसभा चुनाव जीते हैं।
वही बीजेपी से लगातार दो बार स्वर्गीय राम स्वरूप शर्मा मोदी लहर में रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज कर चुके हैं।
किस पार्टी से कौन रहा सांसद
वर्ष सांसद पार्टी
1952 गोपी राम कांग्रेस
1952 अमृत कौर कांग्रेस
1957 जोगेंद्र सेन बहादुर कांग्रेस
1962 ललित सेन कांग्रेस
1967 ललित सेन कांग्रेस
1971 वीरभद्र सिंह कांग्रेस
1977 गंगा सिंह जनता पार्टी
1980 वीरभद्र सिंह कांग्रेस
1984 सुखराम कांग्रेस
1989 महेश्वर सिंह भाजपा
1991 सुखराम कांग्रेस
1996 सुखराम कांग्रेस
1998 महेश्वर सिंह भाजपा
1999 महेश्वर सिंह भाजपा
2004। प्रतिभा सिंह कांग्रेस
2009 वीरभद्र सिंह कांग्रेस
2013 प्रतिभा सिंह कांग्रेस
2014 bरामस्वरुप शर्मा भाजपा
2019 रामस्वरुप शर्मा भाजपा
2021 प्रतिभा सिंह कांग्रेस
मंडी संसदीय क्षेत्र से अभिनेत्री कंगना को लोकसभा टिकेट दे कर बीजेपी राष्ट्रीय सत्तर पर मुश्किल बढ़ती जा रही है। क्योंकि हिमाचल प्रदेश की आम जनता ने बीजेपी के इस निर्णय को पूरी तरह से खारिज कर दिया है । कंगना रनौत एक फिल्मी दुनिया के उस मुकाम तक पहुंच चुकी है जहां हर किसी अभिनेत्री का सपना रहता है लेकिन आसानी से वह मुकाम सभी को हासिल नहीं होता है । कंगना का फिल्मी जीवन हिमाचल प्रदेश की जनता को पसंद है लेकिन कंगना द्वारा बीजेपी की गोद में बैठने के लिए जो कई ऐसे बयान दिए जिसके कारण देश की जनता कंगना को ट्रॉल हमेशा करता रहा है और तभी दिल्ली दुनिया से भी कंगना की लोकप्रियता कम हुई है।कंगना ने 1947 की आजादी में लाखों महान हस्तियों के बलिदान और कुरवानियों के सहयोग से मिली आजादी को भीख की आजादी करार दिया हुआ है।
कंगना के फिल्मी जीवन में बीफ खाने की मिडिया रिपोर्ट में रणबीर कपूर ने कबूला हुआ है जिसका बीजेपी का हिंदुजम एजेंडा कंगना रनौत पर खामोश रहने पर सवाल उठ रहें हैं
हिमाचल प्रदेश में 2023 की बरसात में हुई भारी बारिश से लगभग 500 लोगों की जाने गई हजारों करोड़ों रुपए का हिमाचल को नुकसान हुआ , हजारों घर तबाह हुए लोग टेंटों में रहने को मजबूर हुए कंगना ने केंद्र से सहयाता के लिए एक बयान तक नही दिया ।हिमाचल प्रदेश की जनता में कंगना को ट्रॉल कर दिया है जिसका परिणाम बीजेपी को प्रदेश की सभी चारों लोकसभा सीटों पर फर्क पड़ेगा वहीं देश की अन्य सीटों पर बीजेपी द्वारा अभित्रियों तथा अभिनेताओं को टिकेट दे कर उनके नाम मात्र जीत दर्ज करना चाहती है । जबकि पूर्व में भी बीजेपी ने अन्य राज्यों में ऐसा किया हुआ था बाद में आम जनता अपने सांसद को ढूंढते रहते हैं यहां तक कि सनीदेयोल के गुमशदा के पोस्ट लगाने के लिए मजबूर हुए थे।