कांग्रेस चुनाव प्रबंधन कमेटी के मैनेजरों ने बढ़ाई अपने उम्मीदवार की मुश्किलें

*** मैनेजरों द्वारा अपने पराए की मोहर लगाकर विक्रमादित्य को गंभीरता से सोचने को किया मजबूर
सुभाष ठाकुर*******
विरासत की सियासी जमीन को अपने नाम करने उतरे पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह और प्रतिभा सिंह के सपुत्र विक्रमादित्य सिंह मंडी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।

संसदीय क्षेत्र में चुनावी प्रचार दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा है वहीं चुनाव प्रबंधन के मैनेजरों द्वारा विधनसभा क्षेत्रों के नेताओं पर अपने और विरोधी गुट की मोहर लगाकर कांग्रेस उम्मीदवार की मुश्किल बढ़ा कर विक्रमादित्य सिंह को गंभीरता से सोचने के लिए मजबूर कर दिया हैं।

चुनाव प्रबंधन के मैनेजरों को चाहिए कि सभी को एक साथ चलाकर विरोधियों के मनोबल को कमजोर करते लेकिन कांग्रेस में पहले जैसा ही चला हुआ है।
विक्रमादित्य शिमला ग्रामीण से दो बार विधायक बने हुए हैं वर्तमान प्रदेश सरकार में लोकनिर्माण मंत्री हैं।
प्रदेश की कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और होलिलोज कांग्रेस नेताओं के बीच अंदर ही अंदर जबरदस्त टकराव चला हुआ है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सरकार का एक गुट है , जो मंडी संसदीय क्षेत्र के चुनाव में शामिल तो हुआ है लेकिन चुनाव प्रबंधन द्वारा मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू गुट को होलिलोज गुट ने हाशिए पर धकेल रखा है।
यह सारा किया कराया एआईसीसी से चुनावी पर्यवेक्षक बन कर हिमाचल में नियुक्त किए हुए हैं यह सारा खेल उन्हीं नेताओं द्वारा खेला जा रहा है।
कांग्रेस राष्ट्रीय सचिव संजय दत्त मंडी संसदीय क्षेत्र के प्रभारी की जिम्मेवारी संभाल रहे है।
मंडी संसदीय में कांग्रेस के हाले सूरत
मंडी संसदीय क्षेत्र के 17 विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस के दो दो गुटों में बंटे हुए हैं ।
*मनाली* विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक भुवनेश्वर गोड हैं, जिन्होंने पूर्व की बीजेपी सरकार के तत्कालीन शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर को हराकर मनाली विधानसभा में अपना किला गाड़ा हुआ है। लोकसभा चुनावों में विक्रमादित्य सिंह के चुनावों की जिम्मेवारी हरी चंद शर्मा संभाल रहे हैं विधायक का उनके साथ चलना सभी जानते और समझते हैं।
*कुल्लू* विधानसभा क्षेत्र से सुंदर ठाकुर कांग्रेस के विधायक हैं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू गुट संबंध रखते हुए होलीजोज से पहले से ही दूरियां किसी से छिपी नहीं।
शिमला में पार्टी कार्यलय राजीव भवन में हुई मीटिंग में सुंदर ठाकुर पार्टी की प्रदेशाध्यक्षा प्रतिभा सिंह को अपने संबोधन में साफ कर चुके हैं। कि तन और मन तथा जनता आपके साथ काम करेंगे लेकिन धन आपका होगा एक साफ संदेश हुआ है।
सुंदर ठाकुर के संबोधन के दौरान पार्टी के संगठन मंत्री ने सुंदर को तल्खी करते हुए कहा कि कुल्लू के बाजे अच्छे हैं । विधायक सुंदर ठाकुर ने पलटवार करते हुए अपने संबोधन में चेतराम ठाकुर को कहा बाजे तो सिराज के भी अच्छे है लेकिन अधिक बजा डाले । जिस मीटिंग में पार्टी के सभी पदाधिकारी शामिल रहे और विक्रमादित्य भी शामिल थे।
*मंडी सदर* से कांग्रेस नेत्री चंपा ठाकुर दो बार प्रत्याशी रह चुकी है और निरंतर अपने हल्के की जनता की सेवा के लिए दौड़ी हुई है, बोली कि मंडी सदर के बीजेपी विधायक बोलते हैं कि सीएम उनका काम वाटसेप पर कर लेते हैं । सच में ऐसी चर्चा मंडी शहर में होती रही लेकिन वर्तमान परिदृश्य अलग है सदर के विधायक कांग्रेस उमीदवार विक्रमादित्य सिंह के खिलाफ कार्य कर रहे हैं। बीजेपी विधायक अनिल शर्मा के बेटे आश्रय शर्मा ने प्रेस वार्ता कर साफ किया हुआ है कि होलिलोज वालों ने मंडी संसदीय क्षेत्र से किसी भी कांग्रेस नेताओं को आगे नहीं बढ़ने दिया। आश्रय ने तो पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह का नाम लेते हुए कहा 2012 में अचानक से पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कांग्रेस हाईकमान पर कौल सिंह ठाकुर को प्रदेशाध्यक्ष के पद से हटाने का दबाव बनाया और हटाया । आश्रय शर्मा ने कहा नही तो ठाकुर कौल सिंह इस दौरान मुख्यमंत्री मंडी से बन सकते थे।
*नाचन* विधानसभा क्षेत्र से नरेश चौहान ने कांग्रेस प्रत्याशी बन कर चुनाव लडा हुआ है । नाचन में सीएम सुक्खू गुट का लाल सिंह कौशल है वह लोकसभा चुनावों में हाशिए पर रखा हुआ है। नाचन में अगर जातिय समीकरण पर नजर दौड़ाई जाए तो नरेश चौहान जिस जातीय समाज से आते हैं संख्या कम है, वहीं लाल सिंह कौशल के साथ कोली समुदाय की अधिक संख्यां है। किसकी
टीस नाचन के कोली समुदाय के लोगों में देखी जा रही है ।
*करसोग* में कांग्रेस के टिकेट पर 2022 के विधानसभा चुनावों में महेश राज को चुनावी मैदान में उतारा हुआ था जो कि लोहार समाज से आते हैं। महेश राज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू तथा होलिलोज दोनों तरफ अपना समन्वय बना कर चले हुए हैं जो कि एक पार्टी नेता के लिए ठीक माना जाता है। करसोग में
जगतराम जगत और उतम चौहान , युवराज कोली समाज से आते हैं तथा किशोरीलाल जिला परिषद सदस्य यह सभी नेता कोली समाज से आते हैं। करसोग में मुख्यमंत्री
का गुट महेश राज से अलग ही खड़ा किया जा रहा है विक्रमादित्य के लिए करसोग में अच्छी खबर यह है कि लोकसभा चुनावों में करसोग एक साथ चलने का परिणाम बेहतर मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
*सिराज* से चेतराम ठाकुर होलिलोज कांग्रेस के आशीर्वाद से पिछले कई चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी बनते रहे हैं । सिराज में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू गुट से जगदीश रेडी जिनका अपना जनाधार उनके क्षेत्र में है विजयपाल भी सीएम के करीबी हैं ,महेंद्र सिंह पूर्व महिला जिला अध्यक्ष गोरजा शर्मा भी अपने अपने नेताओं के साथ है ।यह सभी चेतराम ठाकुर से अलग ही चले हुए हैं। सिराज से कांग्रेसी एक साथ चले तो बीजेपी को मिलने वाली लीड कम होगी वरना सिराज से बीजेपी की कंगना को सबसे अधिक लीड मिलने वाली है।
*बल्ह* में जिला अध्यक्ष कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश चौधरी होलिलोज के साथ खड़े हुए हैं वही सीएम गुट के संजीव गुलेरिया के साथ आमने सामने खड़े हो चुके हैं
प्रकाश चौधरी ने कई बार संजीव गुलेरिया पर आरोप लगाया हुआ है कि उन्होंने विधानसभा चुनावों में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे।
संजीव गुलेरिया भी कांग्रेस चुनाव प्रबंधन की कार्यप्रणाली से खफा दिखाई दे रहे हैं।
*सुंदरनगर सोहन लाल* ठाकुर भी होलिलोज और सीएम गुट के साथ दोनों नाव में सवार हो चुके हैं वहां आने वाले समय हरिंदर सैन जिसे सिराज के कोर्डिनेशन कमेटी अध्यक्ष बनाया हुआ है। चेतराम और चेतराम का बेटा कोर्डिनेशन कमेटी में शामिल , सुंदर नगर से अभिशेषक ठाकुर ने कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा सुंदर lनगर में कर दी है वह आने वाले समय में सोहन लाल ठाकुर के लिए चुनौती बन सकते हैं। क्योंकि अभिषेषक ठाकुर ने निर्दलीय चुनाव लडा हुआ है। जिन्हें ने 14 हजार मत हासिल किए हुए ।
*सरकार घाट*
पवन ठाकुर मुख्यमंत्री के करीबी हैं। लोकसभा चुनावों में पवन ठाकुर भी हाशिए पर विक्रमादित्य के चुनावी प्रबंधन देख रहे लोगों ने हाशिए पर धकेल हुआ है। वहां सरकाघाट में होलिलोज के करीबी यदोपति ठाकुर और रंगीला राम राव इक्ट्ठा चले हुए हैं।
*जोगिंदर नगर*
से कांग्रेस का चुनाव लडा सुरेंद्रपाल ने चुनाव की जिम्मेवारी सुरेंद्रपाल देख रहे हैं, मुख्यमंत्री के करीबी जीवन ठाकुर हाशिए पर चले हुए हैं, राकेश चौहान राकेश ध्रवाल पीछे पीछे चले हुए हैं । सीएम गुट के लोगों को मंडी संसदीय क्षेत्र की विधानसभा में हाशिए पर धकेल दिया । कांग्रेस उम्मीदवार विक्रमादित्य ने चंद दिनों में बात संभाली नही तो मुश्किलें कम नही बल्कि और अधिक बढ़ेगी।
*द्रंग*
से पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने होलिलोज की मजबूती के लिए दिनरात कर दिया है। जिस होलिलोज ने द्रंग को हमेशा ही ठाकुर कौल सिंह की जीत के लिए अपने मोहरे खड़े कर पूर्व मंत्री ठाकुर कौल को हराने के लिए काम करते रहे हैं वही कौल सिंह ठाकुर उसी होलिलोज की जीत के लिए खूब पसीना बहा रहा है।लेकिन जनता बुद्धिजीवी है ।
उम्मीदवार को चाहिए कि अपने और पराए की गहराई से पहचान करें वरना देर न हो जाए

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