ज़िला बिलासपुर कोठीपुरा स्थित एम्स संस्थान प्रबंधन द्वारा घोर लापरवाही का मामला सामने आया है, जिसमें स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ाई जा रही है। एम्स प्रबंधन द्वारा संवेदनशील गीला कचरा, प्लास्टिक वेस्ट और गंदगी से भरे हुए कचरे की गाड़ियां ग्राम पंचायत छड़ोल के पंचायत घर से लगभग मात्र दो सौ मीटर के पास फेंक दी गई है। यह कचरा छड़ोल और चेहड़ी गांव के बीच सफेदा मोड़ के पास रात के अंधेरे में कई दिनों से गाड़ियों के माध्यम से उतारा जा रहा है, जिससे समय इलाका वासी सकते में आ गए हैं। हैरानीजनक है कि उपरोक्त कचरा डंप करने हेतु aiims प्रबंधन और संबंधित बायोमेट्रिक वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी द्वारा गीला कचरा प्रबंधन हेतु कोई ठोस उपाय किए बिना दोनो गांवों के बीच में वन विभाग की खाली जमीन पर फेंक दिया है जो निंदनीय है। यह गीला कचरा और प्लास्टिक किसी बायोमेट्रिक वेस्ट ट्रीटमेंट मशीन द्वारा छोटे छोटे कतरों में काटा गया है और इस प्रकार की मशीन एम्स संस्थान के अलावा बिलासपुर जिला में किसी और विभाग अथवा संस्थान के पास उपलब्ध नहीं है, जिससे साफ साफ इंगित होता है कि यह कचरा एम्स संस्थान प्रबंधन और उसके साथ जुड़ी कोई सफाई व्यवस्था वाली कंपनी जिम्मेवार है। यह कचरा कितना संवेदनशील है यह जांच का विषय तो है ही साथ ही जिला बिलासपुर प्रशासन को भी इसकी भनक तक नहीं है। समस्त इलाकावासियों ने एम्स बिलासपुर प्रबंधन, जिला प्रशासन और बायोमेट्रिक वेस्ट मैनेजमेंट विभाग हिमाचल प्रदेश से इस कचरा डंपिंग की गहन जांच की मांग करते हैं और दोषियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करके उचित कानूनी कार्रवाई अमल में लाने की गुहार लगाते हैं। यह बहुत ही गंभीर लापरवाही बरती गई है जो माफी के काबिल नहीं है तथा जिला बिलासपुर पुलिस और प्रशासन से संज्ञान लेने की गुहार लगाते हुए इलाकावासियो ने चेताया है कि यदि रात को गीला कचरा उतारने कोई गाड़ी ग्राम पंचायत छड़ोल के क्षेत्र में आती है और कर्मचारियों के साथ कोई हादसा पेश आता है तो aiims प्रबंधन और जिला बिलासपुर प्रशासन जिम्मेवार होगा। इसलिए एम्स प्रबंधन और संबंधित कंपनी को जिला बिलासपुर प्रशासन द्वारा पंचायत क्षेत्र में गीला कचरा और गंदगी फैलाने से रोका जाए अन्यथा एम्स प्रबंधन और उसके साथ संबंधित कंपनी जो सफाई व्यवस्था हेतु इंगेज है, उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा।
वर्जन:
यदि किसी संस्थान द्वारा ग्राम पंचायत क्षेत्र छड़ोल में किसी भी प्रकार का कोई ठोस या गीला कचरा अथवा बायोमेट्रिक वेस्ट मैटेरियल रात के अंधेरे में फेंका गया तो स्थानीय जनता इसका विरोध करेगी तथा इस विरोध में कोई जान माल का नुकसान होता है तो सीधे तौर पर इसमें दोषी संस्थान प्रबंधन और जिला बिलासपुर प्रशासन जिम्मेवार होगा। हमारे गांव में इस प्रकार से गंदगी फैलाने वाले संस्थान प्रबंधन और कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
– नरवीर सिंह ठाकुर