द्रंग में कार्यरत कर्मचारी और अधिकारी कांग्रेस नेता और बीजेपी विधायक के नोट से साध रहे तबादले पर दोहरा निशाना

***द्रंग में राजनीतिक दल के नेताओं के साथ साथ कर्मचारियों में भी आया सरकार के 18 माह के कार्यकाल में होने लगा बदलाव।

सुभाष ठाकुर*******
हिमाचल प्रदेश के द्रंग विधानसभा क्षेत्र लगभग पिछले 12 वर्षों से सरकार की पॉवर फूल शक्तियों दूर हो चुका है। जिसका परिणाम आए दिन खूब देखने को मिल रहा है।
हिमाचल प्रदेश में पिछले 18 माह से कांग्रेस सरकार कार्यकाल के सफर में द्रंग की जनता न खुशी मनाने को रही है और नहीं ग़म सुनाने को दिखाई दे रही है। लेकिन द्रंग के कर्मचारियों ने इस बीच ऐसा खेल शुरू कर दिया है जिसके चलते आने वाले समय में कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के लिए आगे कुंवा और पीछे खाई जैसी स्थिति बनती जा रही है।
द्रंग विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न सरकारी विभागों में कार्यरत कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा बीजेपी विधायक को उनका करीबी बता कर अपना काम निपटाया जा रहा है, वहीं कांग्रेस सरकार में अनेकों बार विभिन्न विभागों के कैबिनेट मंत्री की जिम्मेवारी संभाल चुके कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ठाकुर कौल सिंह को वही कर्मचारी और अधिकारी खुद ही उनके करीबी बताकर वर्षों से अपने निजी कार्य निपटा कर बीजेपी और कांग्रेस नेताओं को खुद नचाया हुआ है।
द्रंग विधानसभा क्षेत्र के एक शिक्षक का ही नहीं बल्कि अनेकों कार्यकारियों तथा अधिकारियों के तबादले नोट शिमला सचिवालय में चर्चा का विषय बना हुआ है ।
कांग्रेस सरकार के 18 माह के कार्यकाल में कर्मचारियों की यह जुगलबंदी बीजेपी विद्यायकों के नोट बना कर सरकार के आलाधिकारियों से अपने तबादले करवाने का मामला खुलकर देखा जा रहा है।
सूत्रों से मिली पुख्ता जानकारी यह है कि द्रंग विधानसभा क्षेत्र के कुछ शिक्षकों द्वारा अपने तबादले के लिए पूर्व मंत्री कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ठाकुर कौल सिंह का नोट बना कर तबादला करवाने के लिए सरकार को भेजा हुआ है, वहीं उन्हीं शिक्षकों द्वारा बीजेपी विधायक पूर्ण चन्द ठाकुर से भी उसी स्टेशन के लिए नोट बना कर सचिवालय पहुंचा हुआ है। शिमला सचिवालय तक उन कर्मचारियों की खूब चर्चा शुरू हो चुकी है।
यह स्थिति तब बनी हुई है कि द्रंग पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह की दो बार हार होने के बाद कई राजनीतिक समीकरण बिगड़ते चले जा रहे हैं।
पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह क्षेत्र के दौरे कम कर रहे हैं लोगों की समस्याओं को अपने कार्यालय से समाधान कर रहे हैं। इसी बीच कई शातिर कर्मचारी दोहरी नाव में सवार हो कर बीजेपी और कांग्रेस नेताओं को उनका करीबी बता कर अपने तबादले का जुगाड वर्षों से चलाया हुआ है। जिसकी चर्चा शिमला में खूब होने लगी है।
प्रदेश की कांग्रेस सरकार के महज 18 माह के कार्यकाल में द्रंग विधानसभा क्षेत्र के कर्मचारियों में यह देखने को मिला है कि कांग्रेस सरकार की सत्ता में कर्मचारी बीजेपी से खुलकर जुगलबंदी में पड़े हुए हैं।

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