आईआईटी मंडी ने 2024 के नव स्नातक वर्ग के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम किया शुरू

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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी (IIT Mandi) ने आज, 3 अगस्त 2024, को ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दौरान 2024 के नए स्नातक (यूजी) बैच का स्वागत समारोह किया । देश के विभिन्न हिस्सों से 500 से अधिक छात्र 2024 बैच में शामिल हुए, जिनमें 25% से अधिक छात्राएँ हैं। इसके अतिरिक्त, 21 प्रारंभिक छात्र भी ओरिएंटेशन कार्यक्रम में शामिल हुए।

नए छात्रों का स्वागत करते हुए, प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा, निदेशक, आईआईटी मंडी ने कहा, “आईआईटी मंडी में शामिल होकर, आप देश के विकास का हिस्सा बन गए हैं। इतिहास ने हमें सिखाया है कि समाज के प्रति योगदान ही हमारी विरासत को परिभाषित करता है। हम 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं, याद रखें कि हमारे सामूहिक प्रयास इस राष्ट्र के भविष्य को आकार देंगे। चाहे तकनीकी, कला, इंजीनियरिंग, या खेल हो, उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए एकीकृत दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है।”

प्रो. बेहेरा ने कहा, “आईआईटी मंडी में आपके पास क्वांटम साइंस और टेक्नोलॉजीज सेंटर, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस डिजाइन और फैब्रिकेशन सेंटर, एडवांस्ड मटेरियल्स रिसर्च सेंटर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोटिक्स सेंटर, ह्यूमन-कंप्यूटर इंटरएक्शन सेंटर, से ले कर सेंटर फॉर इंडियन नॉलेज सिस्टम और एंड मेन्टल हेल्थ ऍप्लिकेशन्स जैसी प्रमुख फैसिलिटीज उपलब्ध हैं। यह स्टेट ऑफ़ दी आर्ट सेंटर आपके अन्वेषण और समाज में योगदान को समर्थन देने के लिए उपलब्ध हैं। हमारा पाठ्यक्रम, जो ‘लर्निंग बाय डूईग’ की दार्शनिकता पर आधारित है, यह सुनिश्चित करता है कि आप सिद्धांतात्मक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक अनुभव भी प्राप्त करें। आईआईटी मंडी में शामिल होने के लिए बधाई। हम आपको भविष्य के मार्गदर्शकों के रूप में तैयार करने के लिए आवश्यक ज्ञान और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

कार्यक्रम के दौरान संस्थान ने छात्रों को इंडक्शन प्रोग्राम से परिचित कराया, जिससे उन्हें शैक्षणिक माहौल और अपेक्षाओं का अवलोकन प्राप्त हुआ। यह संकाय-संरक्षक इंडक्शन प्रोग्राम छात्रों को स्कूल से कॉलेज के परिवर्तनकाल को समझने में सहयोग देगा तथा उनके कौशल और दक्षता को बढ़ाने और इंजीनियरिंग के सामाजिक प्रभाव पर जोर देने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

आईआईटी मंडी के पाठ्यक्रम के अनूठे पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए, प्रो. अनिरुद्ध चक्रवर्ती, डीन, अकादमिक, ने कहा,”हमारा शैक्षिक दृष्टिकोण रचनात्मक सोच को बढ़ावा देने में निहित है। हम छात्रों को विभिन्न विषयों की खोज करने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं, जिससे नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा मिलता है। हमारे पाठ्यक्रम में अद्वितीय व्यावहारिक परियोजनाएँ शामिल हैं जो छात्रों को पाठ्यपुस्तकों से परे सोचने और वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए अपने ज्ञान को लागू करने की चुनौती देती हैं। हमारा मानना है कि यह समग्र शिक्षा न केवल अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देती है बल्कि हमारे छात्रों को ऐसे मार्गदर्शक और नवप्रवर्तक बनने के कौशल से भी लैस करती है जो समाज पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकते हैं।”

आईआईटी मंडी इंजीनियरिंग, प्रबंधन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एक ठोस आधार प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किए गए स्नातक कार्यक्रमों की एक विविध श्रृंखला प्रदान करता है। संस्थान शिक्षा के लिए एक व्यावहारिक, अंतःविषय दृष्टिकोण पर जोर देने के साथ नवाचार और व्यावहारिक समस्या-समाधान कौशल को बढ़ावा देता है। छात्र विभिन्न विषयों में चार वर्षीय बी.टेक डिग्री हासिल करेंगे, जिसमें कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, इंजीनियरिंग फिजिक्स, जनरल इंजीनियरिंग, बायोइंजीनियरिंग, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स और वीएलएसआई, मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग, मैथमेटिक्स एंड कंप्यूटिंग और डेटा साइंस के साथ-साथ केमिकल साइंसेज में चार वर्षीय बीएस प्रोग्राम शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, इस बैच से पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड एमबीए (बीबीए एनालिटिक्स (ऑनर्स) और एमबीए इन डेटा साइंस एंड एआई) भी शुरू किया जा रहा है।

आईआईटी मंडी की स्नातक शिक्षा का एक अनूठा पहलू यह है कि इसमें डिजाइन प्रैक्टिकम की नींव, रिवर्स इंजीनियरिंग और इंटरएक्टिव सोशियो-टेक्निकल प्रैक्टिकम (आईएसटीपी) जैसे पाठ्यक्रमों के माध्यम से सामाजिक संबंधों पर जोर दिया जाता है, जो छात्रों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए अपने इंजीनियरिंग कौशल को लागू करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

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