क्या देश के साथ यह गहरी साजिश नही ?
सुभाष ठाकुर*******
देश की शेरनी दुनियां की बड़ी बड़ी कुश्ती पहलावनों को धूल चटाकर गोल्ड मैडल के लिए पहुंचने वाली क्या साजिश का शिकार नही हुई है?
साजिश वाले खुद दुनियां में वेनकाव इस लिए हो रहे हैं कि हिंदुस्तान की शेरनी विनेश फोगाट ने तीन परीक्षाओं को पास किया तब वजन का सवाल खड़ा नही हुआ। लेकिन जब परीक्षा को पास कर गोल्ड मैडल के फाइनल में पहुंच चुकी और उसके बाद परीक्षा के सवालों का चयन क्यों ?
विनेश फोगाट का वजन अधिक होने के कारण परीक्षा देने के लिए अपात्र थी तो फिर विनेश फोगाट हिंदुस्तान की शेरनी की परीक्षा ओलंपिक सेमीफाइनल में चयन कर रिंग में क्यों प्रवेश किया ?
विनेश फोगाट ने जब कुश्ती का मैच एक तरफा ही अपने नाम कर हिंदुस्तान के उन लोगों के मुंह पर तमाचा लगा हुआ था, उस वक्त देश के वो लोग परेशान हुए होंगे जिन्होंने देश की महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण कर उन्हें महीनों तक सड़कों में आंदोलन के लिए मजबूर किया हुआ था।
विनेश फोगाट के सेमीफाइनल मैच को एक तरफा हुई जीत से उन नेताओं के मुंह पर जोरदार तमाचा लगा हुआ था ।
देश की शेरनी का इतिहास स्वर्ण अक्षरों में तब भी लिखा जाएगा कि अपनी ही सरकार के नेताओं के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली साजिश का शिकार जरूर हुई होगी, लेकिन दुनिया की नजरों में हमेशा यह आलोंपिक खेल का इतिहास हमेशा दो कारणों से जाना जाता रहेगा।
परीक्षा पास करने के बाद उसी परीक्षा के सवालों का फिर से चयन करने का क्या औचित्य ?
क्या विनेश फोगाट हिंदुस्तान के साथ यह गहरी साजिश नही है?