पधर से बल्ह – रोपा सड़क पर भूस्खलन सड़क मार्ग बंद,
अपने निजी वाहनों को सड़क किनारे छोड़ कई किलोमीटर अपनी ड्यूटी के लिए पधर की और निकलने के लिए मजबूर
सुभाष ठाकुर*******
चौहार घाटी को जोड़ने वाली पधर बल्ह टिक्कर और रोपा सड़क जगह जगह भूस्खलन होने से सड़क मार्ग बंद हो चुका है ।
बीते रातभर को भारी बारिश होने से एक बार फिर से चौहार घाटी के नदी नाले उफान पर है वहीं घाटी को जोड़ने वाली सड़कें भी भूस्खलन होने से क्षतिग्रस्त हो चुकी है।
पधर से बल्ह टिक्कर और रोपा सड़क में अनेकों जगह रात की भारी बारिश ने सड़क भूस्खलन होने से सड़कों पर बड़ी बड़ी चटाने आने से सड़क वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो चुकी है।
चौहार घाटी के लोग पधर के लिए कई किलोमीटर पैदल चलने के लिए मजबूर हुए हैं
भारी बरसात के चलते इस सड़क आर वाहनों की आवाजाही के लिए खतरा बना रहता है क्योंकि रोड के विस्तारीकरण की आड़ में ठेकेदारों करोड़ों रुपए का अवैध खनन हो रहा है। अवैध खनन की निगरानी करने वाले तमाम अधिकारी अपनी आंखें मूंद कर खनन को अंजाम देते रहे हैं।
बरसात के दौरान अवैध खनन होने से चौहार घाटी की यह एक मात्र सड़क हमेशा बार बार भूस्खलन होने से अवरुद्ध होती रहती है।
बीते रात को हुई भारी बारिश के चलते यह सड़क अवरुद्ध हुई है लोगों को अपनी ड्यूटी देने के लिए सड़कों के किनारे अपने लाखो रुपए के वाहनों को खड़ा कर पैदल ही अपनी ड्यूटी के लिए कई किलोमीटर के सफर में निकलना पड़ा है।
लोकनिर्माण विभाग के आलाधिकारियों को चाहिए की अवैध खनन कारोबारियों
पर मामला दर्ज करें और आम जनता को हो रही मुश्किलों को जल्द से जल्द सड़क बहाली कर सड़कों से मलबा हटा कर वाहनों की आवाजाही के लिए सड़क बहाल कर दी जाए।
पधर से बल्ह टिक्कर और रोपा सड़क के बीच डायना पार्क से बल्ह पुल के बीच पिछले दस वर्षों से करोड़ों रुपए का अवैध खनन हो चुका है लेकिन खनन अधिकारियों का कोई नुमाइंदा बार बार शिकायत करने के बावजूद जाने से पूर्ण खनन कारोबारियों को सूचित कर जाते हैं।
खनन विभाग के कर्मचारी द्वारा अमर ज्वाला को नाम न सार्वजनिक करने की शर्त पर कहा कि हम क्या कर सकते हैं। जाने से पहले ही विभाग के लोगों द्वारा खननकरियो को सूचित किया जाता है कि भाग जाओ गाड़ी आ चुकी है।
प्रदेश सरकार के खनन विभाग को चाहिए कि ऐसे लोगों को चिन्हित कर उन्हें विभाग के मुख्य कार्यालय में नियुति दे कर उन से काम लिया जाए।
अवैध खनन ही मुख्य कारण है भूस्खलन होना जिस के चलते प्रदेश की संपदा को भारी नुकसान झेलना पड रहा है।