मस्जिदों के अवैध निर्माण को लेकर उग्र प्रदर्शन तो नेताओं तथा प्रभावशाली लोगों के अवैध निर्माण को लेकर ऐसे प्रदर्शन होने की उम्मीदें बड़ी ?
सुभाष ठाकुर******
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के संजौली तथा मंडी शहर के जेल रोड में स्थित मस्जिद में हुए अवैध निर्माण को गिराने के लिए मुस्लिम समुदाय के द्वारा मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने के लिए मंडी में बीजेपी के विभिन्न संगठनों द्वारा उग्र प्रदर्शन किया । जिला पुलिस प्रशासन ने उग्र भीड़ प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पानी की बौछारों का प्रयोग करना पड़ा।
मंडी शहर के जेल रोड में स्थित मुस्लिमों द्वारा टीसीपी नियमों के खिलाफ मस्जिद का निर्माण किया हुआ है जिसे गिराने के लिए शहर तथा मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र की पड़ोसी विधानसभा क्षेत्रों से इकट्ठा हुए बीजेपी समर्थकों द्वारा प्रमुखता मामले को उजागर किया हुआ है वहीं कांग्रेस नेता के बहुत कम संख्या में प्रदर्शन में शामिल रहे।
हिमाचल प्रदेश में अवैध मस्जिदों के निर्माण को लेकर आम जनता के दिलों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ उग्रता का माहौल बनता जा रहा है।
मस्जिदों के अवैध निर्माण को लेकर उग्र प्रदर्शन हिमाचल प्रदेश में शुरू हो चुका है जिसमें बीजेपी की खूब सियासत नेताओं द्वारा अपनी राजनीतिक रोटियां तो सेंकी जा रही है । क्या हिमाचल प्रदेश में हुए मंदिर ,मस्जिद गुरुद्वारे नेताओं तथा प्रभावशाली लोगों के अवैध निर्माण को लेकर भी ऐसे प्रदर्शन की उम्मीदें बढ़ती जा रही है।
अवैध मस्जिदों के निर्माण के खिलाफ हिमाचल प्रदेश की जनता का यह उग्र प्रदर्शन बड़े राजनीतिक नेताओं द्वारा अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकी जा रही है । हकीकत यह है कि अवैध मस्जिदों का निर्माण उन्ही नेताओं के सत्ता में रहते हुए जिला प्रशासन पर राजनीतिक दबाव डाल कर सदियों से होता था है। जिसे अब सियासी रणनीति में तब्दील किया जा रहा है।
मंडी शहर के आसपास मुसलमानों की मस्जिद ही अवैध नही बल्कि प्राचीन मंदिरों को छोड़ कर कई नवनिर्मित मंदिर ,निजी भवन तथा नगर परिषद ,नगर निगम की संपतियों को गैर कानूनी करोड़ों रूपये में सबलैटिंग वर्षों से हो चुकी है लेकिन किसी ने भी ऐसे अवैध मामलों के खिलाफ कोई प्रदर्शन नहीं किया ।
शिमला तथा मंडी में अवैध मस्जिदों के निर्माण को लेकर सियासी दलों ने उग्र प्रदर्शन कर हिमाचल प्रदेश की शांति में खलल डालना शुरू किया है।