आर्थिकी तंगहाली में भी तीन बार कुसुम ठाकुर ने नैशनल एथेलेटिक्स में गोल्ड मैडल जीत कर रचा इतिहास।
बोली ..परिजनों ,कोच च्मव्याल तथा राजा सिंह मल्होत्रा को दिया कड़ी मेहनत का श्रेय
सुभाष ठाकुर*******
मंडी जिले की बैला गांव की कुसुम ठाकुर ने चौथी इंडियन ओपन अंडर 23 एथलेटिक्स प्रतियोगिता 2024 में 200 मीटर की दौड़ मात्र 24 सैकिंडों में पूरी कर स्वर्ण पदक जीत कर नया इतिहास रहा है।
कुसुम ठाकुर 2023 में भी 100 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक हासिल कर चुकी है , और खेलों इंडिया खेलों इंडियन विश्वविद्यालयों की प्रतियोगिता में भी स्वर्ण पदक हासिल करने बाली हिमाचल प्रदेश की कुसुम ठाकुर पहली उड़नपरी ने इतिहास रचा हुआ है।
हिमाचल प्रदेश की उभरती हुई कुसुम ठाकुर जैसी उड़नपरी पर देश को आलोंपिक खेलों में स्वर्ण पदक की उम्मीदें बंध चुकी है।
वल्लभ कॉलेज मंडी की छात्रा कुसुम ठाकुर हिमाचल की उड़नपरी ने एक के बाद एक तीसरी बार नैशनल में स्वर्ण पदक जीत कर हिमाचल प्रदेश का नाम रौशन किया हुआ है।
बिहार के पाटिलपुत्र खेल परिसर में 28 से 30 सितंबर तक ऑल इंडिया अंडर 23 प्रतियोगिता 2024 में मंडी की कुसुम ठाकुर ने 200 मीटर की दौड़ को मात्र 24 सैकिंड में पूरा कर हिमाचल प्रदेश का नाम रौशन कर नया इतिहास रचा हुआ है।
अमर ज्वाला से बात करते हुए कुसुम ठाकुर ने अपनी इस कड़ी मेहनत का श्रेय अपने परिजनों ,अपने कोच चमव्याल तथा मंडी के समाज सेवक राजा सिंह मल्होत्रा को विशेष खेल स्पर्धा के लिए आर्थिकी सहयता के करने के लिए दिया है।
कुसुम ठाकुर ने कहा कि वह आने वाले समय में अपने देश के लिए स्वर्ण पदक लाने के लिए धर्मशाला में कड़ी मेहनत कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्हें आर्थिकी की चिंता सता रही है प्रतिदिन 1200 से 1500 रुपए खर्च हो रहे हैं।
कुसुम ठाकुर के पिता देवता के पुजारी और माता घर का कारोबार संभाल रही है। उकना भाई अभी पढ़ाई कर रहा है ।
प्रदेश सरकार को चाहिए कि हिमाचल की इस उड़नपरी की आर्थिकी मदद कर बेटी का हौंसला बुलंद बना रहे।
प्रदेश सरकार के युवा खेल मंत्री यादविंदर गोमा को भी चाहिए कि धर्मशाला में कुसुम ठाकुर की कोचिंग का निरक्षण कर उनकी आर्थिक मदद के लिए प्रदेश सरकार के खेल विभाग से हर संभवन मदद का प्रयास करना चाहिए।
आर्थिकी मुश्किल से खुंझ रही मंडी जिले की उड़न परी कुसुम ठाकुर को देश की उड़नपरी बनाने के लिए दानी सजनों को खुलकर आर्थिकी मदद के लिए आगे आना चाहिए।
कुसुम ठाकुर ने खुलकर कहा कि उन्हें मंडी के समाज सेवक राजा सिंह मल्होत्रा उनके इस खेल में आर्थिकी मदद कर रहे हैं। राजा सिंह का नाम बिहार के पाटलिपुत्र खेल परिसर में तब लिया जब वह चौथी इंडियन ओपन अंडर 23 एथेलेटिक्स प्रतियोगिता 2024 की 200 मीटर की दौड़ में स्वर्ण पदक हासिल कर हिमाचल प्रदेश का नेतृत्व कर रही थी।
बॉक्सम
हिला वर्ग के 200 मीटर दौड़ में कुसुम ठाकुर गोल्ड मेडल, हिमाचल प्रदेश,
सुदेष्णा हंमन्त सिल्वर मेडल महाराष्ट्रा
स्मृति जामवाल ब्रॉन्ज़ मेडल, हिमाचल प्रदेश