कांग्रेस हाइकमान मंडी जिला को पार्टी प्रदेशाध्यक्ष का पद सौंपती है तो बीजेपी के हमलों का पलटवार मंडी से जोरदार मिलने की संभावना,
सुभाष ठाकुर*******
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस और भाजपा दोनों राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने अपने संगठनातम फेरबदल के लिए कसरत शुरू कर दी है।
वर्ष 2024 के अंत तक कांग्रेस और भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्षों का चयन होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कांग्रेस सरकार के दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान यह काफी चर्चा चली रही कि संगठन में फेरबदल होने जा रहा है लेकिन दो वर्षों के बाद बीते दिन बुधवार को कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पत्र जारी कर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी तथा अन्य सभी जिला और ब्लॉक की कमेटियों को तुरंत प्रभाव से भंग कर दिया है।
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह को बदलने के लिए लम्बे समय से चर्चा चल रही थी । लेकिन अभी प्रदेशाध्यक्षा को अभी नहीं बदला गया लेकिन सभी कमेटियों को भंग कर दिया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह कांग्रेस सरकार और संगठन में आपसी समन्वय बैठकर चलने की तैयारी कर चुके हैं ताकि आने वाले पंचायतीराज संस्था और 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रख कर कांग्रेस नए जिला और ब्लॉकध्यक्षों का चयन करेगी।
कांग्रेस की सरकार में मंडी जिले हाशिए पर रखा गया है जिसकी जानकारी कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व तक पहुंच चुकी है।
यह सारा खेल किसने खेला हुआ है प्रदेश कांग्रेस के तमाम नेताओं और समर्थकों को जानकारी है कि राज्य प्रभारी को इस से कोई मतलब नहीं कि प्रदेश में कांग्रेस संगठनात्मक मजबूत हो या कमजोर हो उन्हें तो अपने मोहरे राष्ट्रीय स्तर और राज्य स्तर पर चाहिए होते हैं ताकि उनकी सियासी रोटियां पक्कती रहे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह की व्यवस्था परिवर्तन करने वाली प्रदेश कांग्रेस सरकार को बीजेपी के मिशन लॉट्स को परास्त कर नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सियासी रणनीति भारी पड़ चुकी है।
बीजेपी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की सियासत से दोबारा मिशन लॉट्स का नाम लेने से भी कतरा रहे हैं।
मंडी में नेताप्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को प्रेस वार्ता में यही सवाल पूछे जाने पर साफ बोले कि अफवाहें न फैलाए मिशन लॉट्स की अब…
प्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिराने के लिए बीजेपी ने कांग्रेस के छः विधायकों को तोड़ा और उपचुनावों में उन्हीं को बीजेपी ने टिकेट दे कर अपनी ही पार्टी के समर्थकों का विरोध हिमाचल से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक झेलना पड़ा था।
हिमाचल प्रदेश के उपचुनावों में छः के छः जीतने का दावा करने वाली बीजेपी मात्र धर्मशाला और बड़सर से ही जीत पाए अन्य चार विधानसभा क्षेत्रों से जनता ने बीजेपी के मिशन लॉट्स को परास्त करने का काम किया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कांग्रेस के संगठन में मजबूती लाने के लिए पार्टी प्रदेशाध्यक्ष का चयन भी ऐसे नेता का करना चाहेंगे कि जो संगठन का अनुभव रखते हों, प्रदेश सरकार की नीतियों और योजनाओं का बखान प्रदेश के जनजन में कर सके, ताकि पार्टी का संगठन और सरकार मिलकर आने वाले 2027 के विधानसभा चुनावों पर काम कर सकें।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष के दौड़ में पूर्व प्रदेशाध्यक्ष , मंत्री और पूर्व मंत्रियों के नामों की चर्चा जोर पकड़ रही है।
मंडी ,कांगड़ा और शिमला जिला को मिल सकता है कांग्रेस पार्टी के संगठनात्मक का नया सरदार।
प्रदेश कांग्रेस की सरकार में प्रदेश के सभी जिलों को छोड़कर हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा दूसरे नंबर का मंडी जिला प्रदेश कांग्रेस की सरकार ने हाशिए पर धकेला हुआ है । कांग्रेस हाइकमान मंडी जिला को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का पद सौंपती है तो सरकार और संगठन में आपसी समन्वय तो बैठेगा ही वहीं बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष के हमलों का पटलवार भी कांग्रेस मंडी से खुलकर कर पाएगी।
मंडी जिला से नेताप्रतिपक्ष की बयानबाजी पर कोई भी नेता उनके राजनीतिक हमलों का जबाव नहीं देता है।
बीजेपी में भी हिमाचल प्रदेश में सदस्यता अभियान जोरों शोरों से चलाया हुआ है। बीजेपी में भी पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है ।
हिमाचल बीजेपी में प्रदेशाध्यक्ष किस नेता का करीबी होगा प्रदेश में यही चर्चा दिन प्रतिदिन सुनाई दे रही है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से आने वाले दिनों में भार मुक्त होने वाले हैं लेकिन उन्होंने हिमाचल की सियासत पर गहरी नजर बना रखी है ,वहीं हमीरपुर से पांच बार संसदीय क्षेत्र का चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाने वाले पूर्व केंद्रीयमंत्री अनुराग ठाकुर भी हिमाचल प्रदेश की सियासत के मझे हुए खिलाड़ी को कम आंकना ठीक नहीं होगा क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल के किसी भी समर्थकों द्वारा धूमल से दूरियां नहीं बनाई ,भले ही पूर्व में पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की बीजेपी सरकार में हाशिए पर रहे लेकिन उन्होंने जय राम ठाकुर के साथ भी तो नहीं दिया।
मंडी जिले से नेताप्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के साथ बीजेपी के विधायकों ने भी अब धीरे धीरे दूरियां बनानी शुरू कर दी है उन्हें मालूम है कि आने वाले समय में बीजेपी का राष्ट्रीय नेतृत्व किस नेता को प्रदेश बीजेपी का नेतृत्व सौंपती है इस लिए अब हर विद्यायक पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्णय का इंतजार करने लगा है।
बीजेपी आने वाले दिनों में पार्टी का नेतृत्व डॉक्टर बिंदल को देती है या किसी अन्य नेता को प्रदेश के संगठनात्मक का नेतृत्व सौंपती है , बीजेपी का नया चेहरा किस गुट से आएगा वह भी निर्भर करेगा कि नेता प्रतिपक्ष ,जयराम ठाकुर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा या फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर आन वाले दिनों में अपनी बिसात बिछाने का काम करेगा।