मंडी के सेरी मंच पर होगा भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी की स्थापना दिवस का राज्य स्तरीय शताब्दी समारोह : देश राज

भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी की स्थापना के राज्य स्तरीय शताब्दी समारोह आगामी 25-26 दिसंबर,2024 को मंडी में  शताब्दी समारोह की पूर्व संध्या पर 25 तारीख को एक सेमिनार आयोजित किया जाएगा।

समारोह में सीपीआई के दिग्गज नेता और जाने माने अधिवक्ता कामरेड भगत राम को समर्पित किया जा रहा है। सेमिनार में मुख्य वक्ता मशहूर चिंतक प्रोफेसर अपूर्वानंद ( दिल्ली विश्वविद्यालय ), न्यायमूर्ति विनोद कुमार शर्मा ( सेवानिवृत्त) , हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व विदेशी भाषा विभाग प्रमुख डॉ वरयाम सिंह और भारतीय जन नाट्य संघ ( IPTA ) के राष्ट्रीय सचिव शैलेन्द्र कुमार रहेंगे। इनके अलावा इस सेमिनार में प्रख्यात अध्यापक/ मजदूर वयोवृद्ध नेता हरीश गुलेरी, जाने माने पर्यावरणविद् रत्न चंद, पद्मश्री नेकराम के साथ ही भाकपा, माकपा के कयी नेता और कार्यकर्ता तथा प्रगतिशील लेखक और बुद्धिजीवी मौजूद होंगे। सेमिनार के बाद काव्य पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। 26 तारीख के मुख्य आयोजन की शुरुआत दस बजे मशहूर सांस्कृतिक कार्यकर्ता स्वर्गीय लवण ठाकुर को समर्पित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां सेरी मंच पर दी जाएंगी, तदोपरांत समारोह स्थल, विपाशा सदन में झंडारोहण के साथ ही शताब्दी सम्मेलन का आगाज होगा जिसमें मुख्य अतिथि भाकपा की राष्ट्रीय सचिव और महिला नेत्री ऐनी राजा और मुख्य वक्ता ईप्टा सचिव शैलेन्द्र कुमार होंगे। इस अवसर पर पार्टी के दिवंगत नेताओं को उनके परिजनों के माध्यम से सम्मानित किया जाएगा और वयोवृद्ध तथा समर्पित वाम कार्यकर्ता भी सम्मानित होंगे। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए भाकपा माकपा और सहयोगी संगठनों में कार्यरत लोगों की विभिन्न कमेटियां गठित की गई हैं।( संलग्न) पार्टी नेताओं ने हिमाचल की सांस्कृतिक राजधानी में इस ऐतिहासिक आयोजन की जिम्मेदारी पर गर्व करते हुए सभी जागरूक लोगों को इसमें शिरकत और सहयोग की अपील की है और बताया कि पार्टी के गठन से भारतीय मुक्ति संग्राम को नयी ऊर्जा, दिशा और धार मिली। संविधान निर्माण और आधुनिक भारत के जनोन्मुखी विकास की प्रक्रिया में हमारी पार्टी की महती भूमिका रही और पार्टी नेताओं ने अकथनीय यातनाएं सही तथा अनेक लोगों ने अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। पार्टी नेताओं ने फासीवादी ताकतों के उभार और हमलों पर चिंता जताई और कहा कि इससे देश की एकता और अखंडता के छिन्न भिन्न होने का खतरा बढ़ जाता है और ऐसी हालत में सभी अग्रगामी शक्तियों को एकजुट होकर भारत और उसके संविधान की रक्षा करने के लिए आगे आना होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *