*सवारियों ने भाग चलती बस से खुद कर बचाई अपनी जान
***मुख्यमंत्री हेल्प लाईन 1100 नंबर पर बस संचालक और चालक पर शिकायत दर्ज
सुभाष ठाकुर*******
चौहार घाटी के युवाओं में आने दिखने लगा तेजी बदलाव, जागरूक नागरिक की तरह अपने घाटी की भोली भाली जनता के लिए उठाने लगे कड़े कदम । युवाओं के ऐसे कदम से जागरूक नागरिक द्वारा दूसरों को भी प्रेरणा मिलती रहेगी। ताकि घाटी की भोली भाली जनता को महज एक वोट बैंक की खेप तक न समझा जाए ताकि भविष्य सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थाएं क्षेत्र में नियम और कानूनी व्यवस्था का पालन कर इंसानी जीवन से कोई खिलवाड़ न कर पाए ।
द्रंग-पधर ब्लॉक में एक निजी बस कार्तिक के संचालक और चालक के खिलाफ मुख्यमंत्री हेल्प लाईन पर शिकायत दर्ज कर दी गई है।
कार्तिक निजी बस संचालक और चालक पर मुख्यमंत्री हेल्प लाईन पर शिकायत की है कि बीते सोमवार 23 दिसंबर को दोपहर बाद 3:20 मीट्स पर पधर से रोपा रूट पर चलने वाली निजी बस कार्तिक के चालक ने शराब पी कर नशे ही हालात में बस को चलने लगा ।
बस चालक पधर से रोपा रूट पर चलते ही बस को इधर उधर घुमा कर दौड़ाने लगा था । चौहार घाटी से आने जाने वाले नारला कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा चालक को नशे की हालत में देख कर उसे बस रोकने को कहा तो बस चालक किसी की न सुन कर बस को दौड़ाने लगा । यह देख कर कई कॉलेज के विद्यार्थियों ने बस में अपना समान छोड़ कर अपनी जान को जोखिम में डालकर चलती बस से कूद कर बाहर निकले और कई किलोमीटर पैदल सफर कर अपने अपने घर पहुंचे।
चौहार घाटी के एक पढ़े लिखे युवा ने बस चालक और बस के संचालक पर मुख्यमंत्री हेल्प लाईन पर शिकायत संख्या *1085923* दर्ज की हुई है।
चौहार घाटी के युवा द्वारा मुख्यमंत्री हेल्प शिकायत दर्ज करने की नौवत आखिर क्यों पड़ी ?
पधर पुलिस प्रशासन तथा ब्लॉक अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर चुका है।
पधर पुलिस प्रशासन के अधिकारी कभी पैसों की उगाही में विजलेंस द्वारा रंगेहाथों पकड़े जाना, चिटे जैसे जान लेवा नशे के कारोबार में स्लिप्त पुलिस द्वारा कई मामले पकड़े जाना, वहीं 33 और 34 सीटों वाली निजी बस को चालक और परिचालक द्वारा खचाखच भर कर चालक शराब पी कर बस दौड़ाने लगा हुआ है यानी पधर में कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा चुकी है।
शिकायत कर्ता ने अपनी शिकायत में क्या कुछ कहा ?
3:20 पधर से रोपा आने वाली प्राइवेट बस कार्तिक जिसका चालक शराब का सेवन कर के बस चला रहा था, चालक इतने नशे में था कि उसको बस चलाने में भी दिक्कत आ रही थी, जब बस में बैठे लोगों ने चालक को ऐसी हालत में देखा तो सभी नीचे उतर गए और चालक बस लेकर बहा से भाग गया जिसमें 65 लोग बैठे थे, और लोगों का सामान भी उसी बस में था, चालक ने बस को 4 किलोमीटर की दूरी सुराहन में लगाई जिसमें लोगों का सामान था और लोगों को पैदल अपने सामान तक पहुंचना पड़ा, 3:20 पर चलने वाली इस बस में ज्यादातर स्कूल कॉलेज और चौहार घाटी की सवारियां ज्यादातर लोग यात्रा करते है। डायना पार्क से नीचे बड़े बड़े पहाड़ आते हैं जो छोटी सी गलती पर बड़ा नुकसान कर सकते थे, और बस में यात्रा कर रहे यात्री बस से नीचे न उतरे होते तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।
परिवहन निगम को चाहिए कि ऐसे बस संचालक का रूट और चालक का लाइसेंस तुरंत प्रभाव से रद्द करना चाहिए । ताकि भविष्य में किसी बड़े इंसानी दुर्घटना होने से रोका जा सके।