बेटियों को समान अवसर प्रदान करना सभी की नैतिक व सामाजिक जिम्मेदारी- पारुल कटियार

अमर ज्वाला //केलांग

केलांग, 24 जनवरी 2025…..जनजातीय जिला लाहौल स्पिति में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस के मौके पर जिला स्तरीय राष्ट्रीय बालिका दिवस कार्यक्रम का आयोजन जनजातीय संग्रहालय केलांग के सभागार में आयोजित किया। उप निदेशक एंव परियोजना अधिकारी, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण पारूल कटियार और विशेष अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्षक मयंक चौधरी ने शिरकत की। कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य अतिथि द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया । जिला आयुष अधिकारी बनीता शर्मा ने मुख्य अतिथि को टोपी व खतक पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम का इस बार की थीम सुनहरे भविष्य के लिए बालिकाओं का सशक्तिकरण करना रही।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने कहा कि बेटियां समाज की नींव हैं बेटियों के बिना किसी भी समाज की परिकल्पना करना असंभव है । उन्होंने कहा कि बेटियों के सशक्तिकरण का सबसे महत्वपूर्ण जरिया शिक्षा है। एक महिला शिक्षित होगी तो उसका पूरा परिवार शिक्षित होगा और पूरा समाज शिक्षित होगा। उन्होंने कहा कि हम सभी को बेटा व बेटी में भेदभाव नहीं करना चाहिए, बेटियों को भी समान शिक्षा का अवसर प्रदान करना चाहिए व बेटियों के सपनों पर रोक नहीं लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि बेटियों व महिलाओं को समान अवसर प्रदान करना हम सभी की नैतिक व सामाजिक जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि बालिका दिवस को मनाने का उद्देश्य यह है कि हम सभी महिलाओं के सम्मान व अधिकारों के बारे में चर्चा करें, महिलाओं के अधिकारों का हनन व उन पर होने वाले अत्याचारों व सरकार द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण के बारे क्या कार्य किए जा रहे हैं उनके बारे में विचार करें व उनको प्रचारित व प्रसारित करें ताकि सभी महिलाएं अपने अधिकारों के बारे में जागरूक हो सके और विभिन्न योजनाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि देश में महिलाओं का लिंगानुपात पुरुषों की अपेक्षा कम है जबकि लाहौल स्पिति में महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक हैं।

जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय डोगरा ने बालिकाओं के अधिकारों के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि आज के समय में महिलाएं किसी भी फील्ड में पीछे नहीं है और हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं । इस अवसर पर नन्हे बच्चों, बेटीयों व स्थानीय पाठशाला की बेटीयों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए जिन्हें बाद में मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया।

बाद में मुख्यअतिथि द्वारा कार्यक्रम की थीम पर बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स का मुख्य अतिथि ने अवलोकन किया और उनकी सरहना की।

इस अवसर पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी डा़ हीरा नन्द सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व महिला मण्ड़लों की महिलांए उपस्थित रही।

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