हिमाचल के सांसदों ने नहीं निभाई हिमाचल के प्रति अपनी जिम्मेवारी।
केंद्र सरकार और हिमाचल के सांसद पूर्व में आई भारी आपदा के प्रति अब भी गैर जिम्मेदार।
अमर ज्वाला //शिमला
संजीव गुलेरिया ने केंद्रीय बजट को निराशाजनक बताते हुए कहा है कि बजट में पहाड़ी राज्यों विशेष तौर पर हिमाचल के हितों की पूरी तरह अनदेखी की गई है।
बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए संजीव गुलेरीया ने कहा कि प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिये केंद्र सरकार ने प्रदेश को कोई भी आर्थिक नही दी और न ही आगामी बजट में प्रदेश को कोई नई विकास योजना ही दी है। प्रदेश के सेब बागवानों किसानों को भी कोई राहत इस बजट में नही है। बजट में कांग्रेस शासित राज्यों के साथ भेदभाव किया गया है जबकि विहार को विधानसभा चुनावों के मद्देनजर उसे बजट में प्रमुखता दी गई है।
उन्होंने बजट को पूरी तरह जन विरोधी, किसान,बागवान व कर्मचारी विरोधी बताते हुए कहा है कि बजट से देश को बहुत ही निराशा हुई है।
वही संजीव गुलेरिया ने बताया कि प्रदेश के सांसद और केंद्र सरकार ने फिर अपनी गैर जिम्मेवारी का उदाहरण देते हुए हिमाचल प्रदेश में पूर्व में आई भारी आपदा के प्रति पूर्ण तया अनभिज्ञ दिखाई है जो कि हिमाचल की जनता के साथ बहुत बड़ा धोखा है
यही नहीं अभी तक हिमाचल प्रदेश के सांसदों ने केंद्र सरकार से जीएसटी में प्रदेश के हिस्सेदारी और मनरेगा मजदूरी के मानदेय के बारे में भी अपना नकारात्मक रूप दिखाया है