**जोनल अस्पताल के डॉक्टर बोले जहरीली शराब के सेवन व्यक्ति की हालत गंभीर
**** प्रशासन को चाहिए कि दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों में कहा से पहुंच रही जहरीली शराब
सुभाष ठाकुर*******
पधर उपमंडल के दुर्गम क्षेत्र चौहार घाटों की रोपा पंचायत के रोपा गांव का एक व्यक्ति (55) जहरीली शराब का सेवन करने से बेसुध हालत में नेरचौक मैडिकल कॉलेज में उपचाराधीन है।
पीड़ित व्यक्ति के लड़के ने जानकारी दी कि उनके पापा घर में अकेले ही थे और वह देवता के साथ देवता की सेवा में था उनका उसका बड़ा देवता कुल्लू में काम करने के लिए गया हुआ था। छोटा लड़का मंगलवार की शाम को घर पहुंचा तो देखा कि उनके पापा कमरे में बेसुध हालत में पड़े हुए । लड़के ने दूसरे घर में जा कर अपने ताऊ को बताया कि पापा उठ नहीं रहे हों उन्होंने कहा कि कहा कि यहां शराब की खाली बोतल एक रॉयल स्टैग तथा दूसरी संतरा की खाली बोतल पड़ी है इतनी शराब की रखी होगी ।
लकड़े को उसके ताऊ ने कहा कि नींबू पीला उसे बाद नशा उतर जाएगा ।लेकिन सुबह तक लड़के का पापा उसी हालत में पड़ा देख कर अपने पापा को पधर अस्पताल अपने चाचा के लड़के के साथ पहुंचाया वहां से डॉक्टरों ने जोनल अस्पताल रेफर किया जोनल अस्पताल में डॉक्टरों ने देखा कि व्यक्ति के हालत नाजुक बनी हुई है तो उन्होंने एम्बुलेंस कर नेरचौक मैडिकल कॉलेज रेफर किया हुआ है।
जानकारी मिली है कि पीड़ित की हालत अभी स्थिर बनी हुई है।
प्रशासन को चाहिए कि चौहार घाटी के दुर्गम क्षेत्र में जहरीली शराब की सप्लाई कौन कर रहा है जांच कर कार्यवाही करनी होगी । घाटी के लोगों को बचाने के लिए जांच कर किसी बड़ी घटना होने से बचाया जा सके।
जोनल अस्पताल के डॉक्टर का कहना है कि जहरीली शराब के सेवन से व्यक्ति के हालत गंभीर हुई है । उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र के लोगों से जानकारी लेकर मामलों होना चाहिए कि पीड़ित व्यक्ति ने देशी शराब का सेवन किया या अंग्रेजी शराब किसी से खरीदी हुई थी या खुद ही निकल का उसका सेवन किया हुआ है ।उन्होंने कहा कि शराब में इथेनॉल (ethyl alcohol) मुख्य रूप से अल्कोहल होता है, जबकि मेथनॉल (methyl alcohol) एक विषैला अल्कोहल है जो कुछ मामलों में शराब में पाया जा सकता है, खासकर नकली शराब में. जिसके कारण सेवन करने वालों की जान को खतरा बन जाता है