वैभव ठाकुर ने Central Armed Police Force Exam 2025 में पूरे देश में 21वां रैंक हासिल करके अपने क्षेत्र का नाम रोशन किया है। यह उपलब्धि न केवल वैभव के लिए बल्कि उनके परिवार और पूरे क्षेत्र के लिए भी गौरव की बात है।
*वैभव की पृष्ठभूमि*
वैभव ठाकुर 10वर्ष की उम्र में ही हिमाचल प्रदेश की क्रिकेट की अंडर टीम में शामिल रहे और अंडर 16- 19 हिमाचल क्रिकेट की टीम में शामिल रहे और अपने अच्छे खेल का प्रदर्शन भी कई क्लबर कर चुके हैं। वैभव ठाकुर मंडी की वरिष्ठ क्रिकेट टीम के खिलाड़ी भी हैं। वैभव ठाकुर और उनके पिता सुरेंद्र ठाकुर ने क्रिकेट की गहराई को समझते हुए वक्त रहते हुए अलविदा होने का निर्णय लिया। वैभव ठाकुर के पापा सुरेंद्र ठाकुर फार्मा जगत में नौकरी ही नहीं बल्कि राजनीतिक गतिविधियों में भी शामिल हैं। सुरेंद्र ठाकुर जानते हैं की वैभव ठाकुर का भविष्य क्रिकेट की चक्का चौंध से अलविदा होकर वैभव का भविष्य पढ़ाई लिखाई में ही आगे बढ़ाया जाए।
वैभव ठाकुर मंडी में जवाहर नगर डीएवी स्कूल से दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी के एसडी कॉलेज से बीएससी ऑनर कर चुके हैं । कॉलेज के सांस्कृतिक तथा अन्य गतिविधियों के कार्यक्रम को आयोजित करने की समितियों के वह उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं।
upsc की तैयारियों में जुट चुके
वैभव ठाकुर ने बिना कोई ट्यूशन पढ़े खुद ही यूपीएससी की तैयारियों में जुट रहे दिनरात कड़ी मेहनत करते रहे । वैभव ने कई उच्च स्तरीय परीक्षाएं दी जिन्हें वह उत्तीर्ण भी कर चुके थे। मांजिल के बेहद करीब पहुंचने पर उनका पिछले वर्ष भी IAS में चयन नहीं हो सका । लेकिन इस वर्ष उनकी मेहनत रंग लाई और हिमाचल प्रदेश का नाम रौशन कर दिखाया।
वैभव के पिता सुरेंद्र ठाकुर फार्मा जगत में एक जानी-मानी हस्ती हैं, उनकी अपनी एक अलग ही पहचान है। परिवार में उनके ताया स्वर्गीय राजेंद्र ठाकुर पुलिस विभाग में ASI थे। उनके दादा थानेदार डिंगा सिंह जी एक काबिल पुलिस ऑफिसर थे।
*वैभव को बधाई और शुभकामनाएं*
वैभव को उनकी इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देने वालों ने सोशल मीडिया और वैभव ठाकुर के पापा सुरेंद्र ठाकुर के फेसबुक पेज पर ही नहीं बल्कि सुरेंद्र ठाकुर के दोस्तों और रिश्तेदारों ने भी अपनी अपनी फेसबुक पर वैभव की उपलब्धि के लिए शुभकमाएं दी है।लिखा है कि हमें उम्मीद है कि वह अपने क्षेत्र और देश के लिए और भी अच्छा काम करेंगे।
*बाबा कमलहिया जी और माता भागवती सक्रैनी का आशीर्वाद*
वैभव ठाकुर की उपलब्धि उनके स्कूल ,कोचिंग सेंटर ही नहीं बल्कि बाबा कमलहिया जी और माता भागवती सक्रैनी का आशीर्वाद हमेशा वैभव के साथ बना रहे। वैभव ठाकुर की कड़ी मेहनत और मम्मी – पापा के संघर्ष तथा आशीर्वाद और समर्थन से वैभव ने यह उपलब्धि हासिल की है।
*वैभव की उपलब्धि का महत्व*
वैभव की उपलब्धि न केवल उनके लिए बल्कि उनके परिवार और पूरे क्षेत्र के लिए भी गौरव की बात है। यह उपलब्धि दिखाती है कि कड़ी मेहनत और समर्पण से कुछ भी हासिल किया जा सकता है।