***धार्मिक पर्यटन स्थल थट्टा से पाराशर की दूरी मात्र 14 कि.मी , रोड के विस्तारीकरण से पर्यटकों की बढ़ेगी अधिक आवाजाही
***क्षेत्र की जनता रोड को पक्का और चौड़ा करने की सरकार से लगा रही बार बार वर्षों से गुहार
सुभाष ठाकुर*******
हिमाचल प्रदेश में हर वर्ष देश दुनिया से करोड़ों पर्यटकों के आगमन से रोजगार के द्वार खुल जाते हैं। पर्यटन की दृष्टि से देश दुनिया के मानचित्रों में मंडी जिले में स्थित देव ऋषि पाराशर की तपोस्थली मंडी जिले का सबसे सुंदर और आकर्षक धार्मिक पर्यटन स्थल बन कर छाया हुआ है । धार्मिक पर्यटन स्थल पराशर में एक बहुत ही खूब सूरत प्राकृतिक झील का निर्माण हुआ है जिसे देखने और ऋषि पाराशर की तपोस्थली के प्राचीन इतिहास को करीब से निहारने और समझने के लिए देश – दुनिया के लाखों पर्यटक इस धार्मिक स्थल के दीदार के लिए पहुंचते हैं।
दिल्ली और पंजाब की तरफ से आने वाले पर्यटकों के लिए सबसे नजदीक मंडी – कुल्लू फोरलेन के बीच में सात मिल से होकर वाया थट्टा मात्र 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
थट्टा से पराशर के लिए जीप योग्य रोड वर्षों के कच्चा रोड बनाया हुआ है । विभाग हर वर्ष इस रोड में लाखों रूपए खर्च कर ठेकेदारों को खुश करने के सिवाय रोड का विस्तारीकरण नही किया जा रहा है।
फोरलेन सातमिल से वाया थट्टा – पाराशर की दूरी मात्र 28 किलोमीटर है यह रोड सबसे नजदीक रोड जीप योग्य बनाया हुआ है। क्षेत्र की स्थानीय पंचायतों हटोन, नागधार, दयोरी, मेहणी,शिवा, मासड, घ्राण, सेऊग और पंडोह पंचायतों की जनता द्वारा प्रदेश सरकार के बार बार मांग की गुहार लगाई जा रही है कि थटा से पराशर के इस रोड को चौड़ा और पक्का करने के लिए नवार्ड में किसी अन्य योजना में डाल कर रोड का विस्तारीकरण किया जाए । ताकि पर्यटक की दृष्टि से यह रोड सबसे कम दूरी 28 किलोमीटर मात्र है । जबकि मंडी से वाया कमांद 48 किलोमीटर है वहीं कुल्लू की तरफ से पाराशर आने के लिए पनारसा से 32 किलोमीटर की दूरी है ।
पर्यटकों को धार्मिक पर्यटन स्थल तक पहुंचने की व्यस्था सुगम बनाने के लिएं सरकार पहले से ही वचनबध है।
क्षेत्र की जनता की यह मांग लोकनिर्माण विभाग को समय रहते पूरी करनी चाहिए ताकि क्षेत्र की जनता के लिए भी पर्यटकों की आवाजाही से रोजगार के संसाधन उन्हे भी नसीब हो सकें
थट्टा से बनाए हुए जिप योग्य रोड का विस्तारीकरण होने से क्षेत्र के हजारों लोगों को घर द्वारा रोजगार के देवराज खुल सकते हैं।
लोकनिर्माण विभाग द्वारा थटा से पाराशर रोड में छोटे छोटे टेंडर न लगाकर किसी योजना में डाल कर इस रोड को चौड़ा और पक्का करने से पर्यटकों को पराशर की दूरी कम होगी और क्षेत्र की जनता को रोजगार के द्वारा खुल जायेंगे।