28 तक राशि जारी नहीं हुई तो 29 जनवरी को राज्यपाल से मिलेंगे और जताएंगे विरोध, आपात वर्चुअल बैठक में निर्णय
अफसरों को चेताया, सुक्खू सरकार का भविष्य नहीं है, इसके साथ अपना भविष्य न जोड़ें
मंडी : नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रेसवार्ता में कहा कि विधायकों की विधायक निधि की अंतिम किस्त लगभग 50 लाख 29 जनवरी से पहली जारी नही हुई तो विधायक प्राथमिकता की मीटिंग में बीजेपी विधायक शामिल नहीं होंगे।
उन्होंने कहा है कि बीएएसपी की एक किश्त तक जारी नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना का बजट ऐच्छिक निधि की तरह चहेतों में बांटना शुरू किया है। इन्हीं कारणों को देखते हुए भाजपा विधायक दल ने वर्चुअल आपात मीटिंग कर निर्णय लिया है कि 29 जनवरी को हम सभी विधायक ये निधि बहाल न होने की सूरत में विरोध स्वरूप राज्यपाल से मिलेंगे और इस बैठक में उस दिन भाग नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब 13 माह पहले कांग्रेस की सरकार बनी तो विधायक को विधायक निधि मिलती थी। पिछले बजट में हमने प्रावधान किया, अंतिम किस्त आचार संहिता के चलते नहीं कर पाए, लेकिन मुख्यमंत्री सुक्खू ने बजट में प्रस्ताव के बावजूद विधायक निधि 50 लाख की अंतिम किस्त को रोक दिया।
विधायक क्षेत्र विकास निधि का बजट में प्रावधान होने के बावजूद पिछले कल बजट सत्र 14 फरवरी 2024 को 11:30 बजे विधानसभा शिमला में घोषित करने की अधिसूचना जारी कर दी है।
उन्होंने कहा कि विधायक निधि की अंतिम किस्त 52 लाख फिर से रोक दी गई। अब विधायकों ने विकास कार्यों के लिए अपने अपने क्षेत्र में घोषणाएं कर दी हैं, लेकिन अब जब हम पता कर रहे हैं तो फाइल रोकने की सूचना दी गई। अंतिम किस्त जारी नहीं की गई। विधायक इंस्टीट्यूशन को कमजोर करना गलत है। आज से पहले ऐसा नहीं हुआ।
हालांकि सुखविंदर सुक्खू जब खुद विधायक थे तो इसी विधायक इंस्टीट्यूशन को कमजोर होने का बड़ा सवाल उठाते थे लेकिन खुद अब गला घोंट रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैकवर्ड एरिया सब प्लान की किस्त भी रोक दी है। 12 से 15 करोड़ की अंतिम किस्त जाती हैं। मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क योजना को तो सिर्फ कांग्रेस के विधायकों और जहां सुक्खू का बंदा है, वहां दिया जा रहा है। ये जो बंदे हैं, वह बंदे बन जाए, नहीं तो हालत खराब होगी।
इसके अलावा उन्होंने सवाल उठाया कि 14 महीनों में इस सरकार ने 14 हज़ार करोड़ का ऋण ले लिया है लेकिन ये पैसा कहां खर्च हो रहा दिखाई नहीं दे रहा। पहली बार हमने देखा कर्मचारियों की हितेशी होने का दावा करने वाली सरकार पहली तारिख के बजाय डेढ़ हफ्ते बाद सैलरी दे सकी। आज पूर्व राज्यत्व दिवस पर कर्मचारियों को आस थी डीए की घोषणा की जाएगी लेकिन सबको निराशा मिली। हमने सिर्फ़ एक मांग को छोड़कर कभी कर्मचारियों को निराश नहीं किया।
उन्होंने हद पार करने वाले अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि यह दीवार पर लिखी इबारत है कि इस सरकार का कोई भविष्य नहीं है। ऐसे में वह ऐसा करके अपना भविष्य खराब न करें। जय राम ठाकुर ने कहा कि लोकसभा चुनावों को देखते हुए सरकार ने बजट सत्र जल्दी में बुलाने का निर्णय लिया है। चुनाव से पहले सरकार बजट पास करवाना चाहती है। कोई बात नहीं, बजट सत्र में भी शीतकालीन सत्र की तरह जनता से जुड़े मुद्दों को और अधिक प्रखर तरीके साथ उठाया जाएगा। सरकार को मनमानी नहीं करने दी जाएगी। यह वही कांग्रेस है जो जनमंच का मजाक उड़ाती थी अब नाम बदल कर सरकार के मंत्री जो अधिकारियों को सार्वजनिक तौर पर धमका रहे हैं यह सब क्या है। सरकार ने जनमंच की नकल तो की मगर नकल के लिए भी अकल की जरूरत होती है जो कहीं नजर नहीं आ रही है। 13 महीने में सरकार रिकार्ड 14 हजार करोड़ का कर्जा ले चुकी है। कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है, विकास कार्य ठप हैं तो कर्ज का पैसा जा कहां रहा है। यह सवाल आज लोग पूछने लगे हैं। एक ही साल में कर्मचारी सड़कों पर आ गए हैं तो फिर कर्मचारी हितेषी होने का ढोंग क्यों रचा जा रहा है। इस मौके पर उनके साथ विधायक बल्ह इंद्र सिंह गांधी, जिलाध्यक्ष निहाल चंद शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष पायल वैद्य भी उपस्थित रहे।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने समस्त प्रदेश वासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी।